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Written By WD Feature Desk
Last Modified: शुक्रवार, 22 अगस्त 2025 (12:39 IST)

Chandra Grahan 2025: रात 09:57 पर शुरू होगा साल का आखिरी खग्रास चंद्र ग्रहण, भारत में सूतक काल

chandra grahan 2025
Chandra Grahan 2025: साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 रविवार को लगने वाला है। इससे पहले 14 मार्च को चंद्र ग्रहण और 29 मार्च को सूर्य ग्रहण था। अगला सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को रहेगा। चंद्र ग्रहण से समुद्र के भीतर भूकंप आते हैं और सूर्य ग्रहण से धरती पर। चंद्र ग्रहण से समुद्र और तटवर्ती क्षेत्रों में आपदा आती है तो सूर्य ग्रहण से धरती पर राजनीतिक उथल पुथल और प्राकृतिक आपदा आती है। 
 
7 सितंबर 2025 का चंद्र ग्रहण कितना खास?
दिनांक: 07 सितंबर 2025 रविवार, भाद्रपद मास की शुक्ल पूर्णिमा के दिन लगेगा। पितृपक्ष शुरु होगा तब लगेगा।
ग्रहण प्रकार: खग्रास चंद्र ग्रहण
राशि: चंद्र ग्रहण कुंभ राशि में लगेगा।
चंद्र ग्रहण समय प्रारंभ और अंत: भारत के दिल्ली समय के अनुसार 07 सितंबर की मध्यरात्रि 09:57 बजे शुरू होकर 08 सितंबर की मध्यरात्रि 1:26 बजे तक रहेगा। चन्द्र ग्रहण का पूर्ण प्रभाव प्रारम्भ: मध्यरात्रि 12:28 से तड़के 03:56 तक पूर्ण रूप से समाप्त हो जाएगा।
 
यहां नजर आएगा: भारत समेत संपूर्ण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, न्यूजीलैंड, पश्चिमी और उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के पूर्वी क्षेत्रों में दिखाई देगा।
 
सूतक काल: जहां पर भी यह चंद्र ग्रहण नजर आएगा वहां पर सूतक काल ग्रहण के 09 घंटे पहले से शुरू हो जाएगा। इस ग्रहण का सूतक काल भारत में 7 सितंबर को दोपहर 12:57 बजे से आरंभ होगा और ग्रहण की समाप्ति तक रहेगा।
 
ग्रहण का प्रभाव:-
1. चंद्र ग्रहण का प्रभाव मानव मस्तिष्क पर और समुद्र पर ज्यादा देखने को मिलता है। ऐसे समय में राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ जाएगी। प्रशात महासागर में समुद्री हलचल बढ़ जाएगी। कई देशों में गृहयुद्ध के भी आसर हैं। 
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