शीला ने किया था कांग्रेस को आगाह
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने लोकसभा चुनाव के लिए जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को टिकट दिए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी को आगाह किया था।उन्होंने कांग्रेस को यह सलाह भी थी कि दोनों को चुनाव मैदान में उतारे जाने से पहले अदालत के फैसले का इंतजार किया जाए।यह पूछे जाने पर कि क्या दंगों के आरोपी नेताओं के खिलाफ अदालत के फैसले तक पार्टी को इंतजार करना चाहिए था, शीला ने कहा मेरा मानना है कि यह एक बुद्धिमानी भरी चीज होती।टाइटलर और सज्जनकुमार की उम्मीदवारी पर उस समय सवालिया निशान लग गए थे, जब सीबीआई द्वारा दोनों को क्लीन चिट दिए जाने के विरोध में एक सिख पत्रकार ने गृहमंत्री पी. चिदंबरम पर जूता फेंका।इस पर कांग्रेस ने उन्हें चुनाव मैदान से हटा लिया और टाइटलर की जगह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख जेपी अग्रवाल को उत्तर पूर्वी दिल्ली तथा सज्जन कुमार की जगह उनके भाई रमेश कुमार को दक्षिणी दिल्ली से चुनाव मैदान में उतारा।मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पार्टी को अपने इस विचार से अवगत करा दिया था कि पार्टी इंतजार कर सकती है क्योंकि राजधानी में चौथे चरण में चुनाव होने हैं।