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Last Updated : बुधवार, 8 मई 2024 (00:14 IST)

लोकसभा चुनावों के बीच मायावती का बड़ा फैसला, आकाश आनंद को कोओर्डिनेटर पद से हटाया

उत्तराधिकारी बनाने का फैसला भी वापस लिया

लोकसभा चुनावों के बीच मायावती का बड़ा फैसला, आकाश आनंद को कोओर्डिनेटर पद से हटाया - Mayawati removes nephew Akash Anand as BSP national coordinator and her successor
Mayawati removes nephew Akash Anand as BSP national coordinator and her successor :  लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने मंगलवार रात अपने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand)  को अपने 'उत्तराधिकारी' और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक (coordinator) की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया।
अचानक क्यों लिया फैसला : बसपा प्रमुख ने पिछले वर्ष दिसंबर माह में आकाश आनंद को अपना 'उत्तराधिकारी' घोषित किया था और उन्हें हटाने का यह आश्चर्यजनक फैसला उस वक्त आया जब देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए मतदान संपन्न हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह कहा कि पार्टी और आंदोलन के हित में और आनंद के पूर्ण परिपक्वता हासिल करने तक उन्होंने यह निर्णय लिया है।
 
एक्स पर दी जानकारी : बसपा प्रमुख ने मंगलवार रात 'एक्‍स' पर पोस्ट किए गए अपने एक संदेश में कहा कि  बसपा एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के आत्मसम्मान, स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी आंदोलन है, जिसके लिए कांशीराम जी व खुद मैंने भी अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है।
एक्स पर किए पोस्ट : अपने सिलसिलेवार पोस्‍ट में मायावती ने कहा कि  इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्वयक व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया लेकिन पार्टी व आंदोलन के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।
 
बसपा प्रमुख ने अपने भाई और आनंद के पिता के संदर्भ में एक पोस्ट में कहा कि  हालांकि इनके पिता आनंद कुमार पार्टी व आंदोलन में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे। अतः बसपा का नेतृत्व पार्टी व आंदोलन के हित में और बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।
मामला हुआ था दर्ज : सीतापुर में एक चुनावी रैली में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद और 4 अन्य के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के मुताबिक जिला प्रशासन द्वारा दिन की शुरुआत में रैली में आनंद के भाषण का स्वत: संज्ञान लेने के बाद यह कार्रवाई की गई।
 
क्या बोला था आकाश ने : बसपा नेता ने अपने भाषण में कहा था, यह सरकार बुलडोजर सरकार और गद्दारों की सरकार है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और बुजुर्गों को गुलाम बनाती है वह आतंकवादी सरकार है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बसपा ने बिना कोई कारण बताए पिछले दिनों आकाश आनंद की सभी प्रस्तावित रैलियों को स्थगित कर दिया था।
आकाश आनंद ने 6 अप्रैल को नगीना लोकसभा सीट से अपनी पार्टी का अभियान शुरू किया था। बाद में, उन्होंने आगरा, बुलंदशहर, मथुरा, वाराणसी, गोरखपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और कौशांबी सहित पश्चिम और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई रैलियों को संबोधित किया।
आकाश ने पार्टी प्रत्याशी महेंद्र यादव के लिए सीतापुर में एक जनसभा को संबोधित किया था। उसके बाद जिला पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 502-2 (नफरत को बढ़ावा देना), और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 के तहत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर आकाश और पार्टी के 36 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
 
बसपा नेता को 1 मई को लखनऊ और कानपुर में सार्वजनिक सभा को संबोधित करना था लेकिन दोनों को स्थगित कर दिया गया। बसपा ने रैलियों को अचानक स्थगित करने का कोई कारण नहीं बताया लेकिन घटनाक्रम से परिचित एक बसपा नेता ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद रैलियां स्थगित कर दी गई।
पिछले साल दिसंबर को घोषित किया था : बसपा प्रमुख मायावती ने 10 दिसंबर, 2023 को लखनऊ में देशभर से आए पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। आकाश आनंद ने 6 अप्रैल को नगीना लोकसभा क्षेत्र से अपनी चुनावी रैलियों की शुरुआत की थी। बसपा के एक नेता के मुताबिक करीब 28 वर्षीय आकाश आनंद 2017 से बसपा के साथ जुड़े हुए हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने आगरा में एक रैली को संबोधित किया था।  इनपुट एजेंसियां Edited by: Sudhir Sharma
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