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Last Modified: सोमवार, 8 अक्टूबर 2018 (11:40 IST)

बड़े देशों में ऐसा है कृषि का हाल

बड़े देशों में ऐसा है कृषि का हाल | agriculture
दुनिया में कृषि के लिए हालात अच्छे नहीं रहे। दुनिया के पांच सबसे ज्यादा खाद्यान्न पैदा करने वाले देशों में कृषि का हिस्सा लगातार घट रहा है।
 
 
भारत
भारत में कृषि की हालत लगातार खराब होती जा रही है, हालांकि अब भी देश की अर्थव्यवस्था में कृषि की भूमिका अहम बनी हुई है। साल 2017-18 के आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक देश की कुल जीडीपी में कृषि का हिस्सा लगभग 16 फीसदी का है। साथ ही करीब 49 फीसदी लोग रोजगार के लिए इस पर निर्भर करते हैं।
 
 
चीन
चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के साल 2013 के आंकड़ों मुताबिक देश की कुल जीडीपी में 10 फीसदी हिस्सा कृषि का है। चीन को दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब माना जाता है, लेकिन पिछले एक दशक से देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का भी बड़ा योगदान है। गेहूं, चावल और आलू के उत्पादन में चीन का दुनिया में पहला स्थान है।
 
 
अमेरिका
अमेरिका का कृषि क्षेत्र अत्याधुनिक मशीनों से लैस है, जिसके चलते देश खादयान्न उत्पादन का बड़ा हब है। अमेरिका के कृषि मंत्रालय के आंकड़ों मुताबिक देश की कुल जीडीपी में कृषि का योगदान महज एक फीसदी है। वहीं 1.3 फीसदी लोग ही रोजगार के लिए इस निर्भर करते हैं। अमेरिका दुनिया में मक्के का सबसे बड़ा उत्पादक है। वहीं गेहूं उत्पादन में इसका दुनिया में तीसरा स्थान है।
 
 
रूस
भौगोलिक कारणों के चलते रूस की कृषि क्षेत्र में अपनी सीमाएं हैं। साल 2016 के विश्व बैंक के आंकड़ों मुताबिक देश की कुल जीडीपी में कृषि क्षेत्र की हिस्सेदारी चार फीसदी है। देश की लगभग 10 फीसदी आबादी रोजगार के लिए कृषि पर निर्भर करती है। रूस दुनिया में आलू का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। वहीं गेंहू उगाने में इसका दुनिया में चौथा स्थान है।
 
 
ब्राजील
दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील की जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी महज 5.6 फीसदी तो है लेकिन कृषि आधारित उद्योगों का हिस्सा तरीबन 23.5 फीसदी है। यह आंकड़े देश की प्रमुख कृषि संगठन सीएनए के हैं बीते सालों में यहां कृषि आधारित उद्योगों में बहुत तेजी आई है। ब्राजील की 15 फीसदी आबादी रोजगार के लिए कृषि पर निर्भर करती है।
 
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