सचिन ही दिला सकते हैं शिखर-वॉर्न
महान ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में महेंद्रसिंह धोनी की अगुआई वाली टीम के प्रदर्शन से काफी प्रभावित हैं, लेकिन उनका मानना है कि टीम इंडिया नंबर एक बनने का सपना तभी पूरा कर सकती है, जब सचिन तेंडुलकर खुद को फिट रखें। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ हाल में मिली जीत के बावजूद वॉर्न ने यह मानने से इनकार कर दिया कि यह अभी तक की सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीम है। ई-मेल से भेजी प्रश्नावली के जवाब में वॉर्न ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत की सर्वश्रेष्ठ टीम 1991 में थी, जब मैं पहली बार उनके खिलाफ खेला था, लेकिन मौजूदा एकादश भी काफी मजबूत है। मुझे लगता है कि अगर सचिन फिट रहते हैं तो ही वे विश्व के नंबर एक खिताब को चुनौती दे सकते हैं। यह पूछे जाने पर कि कौन-सी चीज तेंडुलकर को उनके युग के सभी क्रिकेटरों से अलग करती है, वॉर्न ने कहा कि वे गेंदबाज को बेहतरीन ढंग से पहचान लेते हैं। उन्होंने कहा कि सचिन प्रत्येक क्रिकेटर से ऊँची श्रेणी में हैं, क्योंकि वे जिस तरह से एक गेंदबाज की लाइन लैग्थ पढ़ते हैं और पिच पर खेलते हैं, वह गजब है। वॉर्न ने हालाँकि इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि इस भारतीय बल्लेबाज को कितने लंबे समय तक क्रिकेट खेलना चाहिए। पूर्व लेग स्पिन जादूगर ने ऑस्ट्रेलिया की उपमहाद्वीप में भारत के मिली शिकस्त का भी बचाव किया और कहा कि रिकी पोंटिंग के खिलाड़ियों का स्तर नहीं गिर रहा है, बल्कि अन्य टीमें उसकी बराबरी कर रही हैं। वॉर्न ने कहा मुझे लगता है कि वे शानदार क्रिकेट खेल रहे हैं। अन्य टीमें ही उसकी बराबरी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है। भारत को उसकी सरजमीं पर हराना हमेशा मुश्किल है। मुझे लगता है कि यह एक शानदार श्रृंखला थी और भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पछाड़ दिया जो एक बेहतर टीम थी। इसमें कोई शर्म की बात नहीं है। वॉर्न ने कहा ऑस्ट्रेलियाई टीम हाल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3-0 से जीत दर्ज करने की स्थिति में थी लेकिन वह श्रृंखला हार गई, लेकिन 2009 के शुरू में ऐसे संकेत मिले हैं कि ऑस्ट्रेलियाई टीम एक मजबूत टीम होगी। इंडियन प्रीमियर लीग के शुरुआती सत्र में वॉर्न ने छुपीरूस्तम राजस्थान रॉयल्स टीम की कप्तानी और कोचिंग करते हुए खिताब हासिल किया। इसके बारे में उन्होंने कहा कि यह एक यादगार अनुभव था। उन्होंने कहा मेरा अनुभव काफी खूबसूरत यादों से भरा है। मैंने टीम के जज्बे का आनंद उठाया, जिसे हमने अपने ग्रुप में पैदा किया था। यह ऐसी चीज है जो मैं हमेशा याद रखूँगा। वॉर्न ने राजस्थान रॉयल्स के उन्हें सस्ते में खरीदने की खुद की टिप्पणी को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि फ्रेंचाइजी टीम ने उन्हें काफी कम राशि में खरीदा क्योंकि उन्होंने टीम की अगुवाई करते हुए खिताब दिलाया।उन्होंने कहा कि कप्तान और कोच के रूप में एक व्यक्ति को रखने के बाद मुझे पूरा भरोसा है कि इमर्जिंग मीडिया टूर्नामेंट को जीतने के हिसाब से मुझे खरीदने के मामले में काफी खुशी महसूस होती होगी। अगर मैं इस समय बाजार में जाऊँ तो मुझे पूरा विश्वास है कि मुझे काफी ज्यादा में खरीदा जाएगा, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान रॉयल्स में रहकर काफी खुश हूँ। वॉर्न का मानना है कि फिटनेस ही उनकी टीम की सफलता का राज थी।