सचिन तेंडुलकर : नर्वस नाइंटीज में भी विश्व रिकॉर्ड
-शराफत खान
मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर एक बार फिर महाशतक चूक गए। अपने घरलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई में वे केवल छह रनों के मामूली अंतर से इस अद्वितीय उपलब्धि को हासिल करने से चूक गए। हालांकि अभी सचिन के पास बहुत मौके हैं, जहां वे अपना महाशतक बना सकते हैं, लेकिन क्या अच्छा होता अगर सचिन मुंबई में यह कारनामा कर देते। इंग्लैंड दौरे पर भी सचिन ओवल टेस्ट में केवल नौ रनों से महाशतक चूक गए थे। सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में अपना अंतिम शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इसी साल जनवरी में केपटाउन टेस्ट में बनाया था, जबकि वनडे क्रिकेट में उन्होंने विश्व कप 2011 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर में लगाया था। तब से सचिन ने 13 टेस्ट पारियों में चार अर्धशतक तो लगाए हैं, लेकिन महाशतक का इंतजार अभी बाकी है। इस दौरान वे दो बार शतक के करीब आकर आउट भी हुए हैं।सचिन और नर्वस नाइंटीज का भी अजीब रिश्ता है। सचिन के नाम वनडे और टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक बनाने का रिकॉर्ड है, लेकिन वे नर्वस नाइंटीज का शिकार भी कई बार हुए हैं। टेस्ट क्रिकेट में वे अब तक दस बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हो चुके हैं। इन दस पारियों वे कभी भी 93, 95 और 99 के स्कोर पर आउट नहीं हुए हैं। वनडे क्रिकेट में सचिन कुल 17 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए हैं और एक बार वे शतक के करीब (2009 में श्रीलंका के खिलाफ कटक में नाबाद 96 रन) आए। हालांकि इनमें से एक पारी में वे 96 के स्कोर पर नाबाद रहे थे, जिसे नर्वस नाइंटीज नहीं कहा जा सकता। इन 17 पारियों में वे कभी 92 के स्कोर पर आउट नहीं हुए हैं। यानी सचिन अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 27 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हो चुके हैं। नर्वस नाइंटीज में आउट होने में भी सचिन का कोई मुकाबला नहीं। यहां भी उन्होंने विश्व रिकॉर्ड बना रखा है। सचिन पहली बार नर्वस नाइंटीज का शिकार 1994 में श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में हुए थे। 96 रन के निजी स्कोर पर वे बोल्ड हुए थे। लेकिन तब तक वे सात टेस्ट शतक लगा चुके थे। वैसे सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में अपना शतक 16वीं पारी में जमाया था।सितारों से आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क के इम्तेहां और भी हैं। अगर सचिन इस बार महाशतक नहीं लगा सके तो क्या, अभी कई मौके आएंगे।