'यूसुफ को नहीं रोक सकता आईसीएल'
मोहम्मद युसूफ को इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) से जारी कानूनी नोटिस पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने सोमवार को कहा कि आईसीएल यूसुफ को भारत के विरुद्ध आगामी श्रृंखला में देश का प्रतिनिधित्व करने से नहीं रोक सकता।पीसीबी अध्यक्ष नसीम अशरफ का कहना है कि युसूफ को एस्सेल समूह के आईसीएल से उनके साथ अनुबंध समाप्त करने पर मिले नोटिस पर बोर्ड इस इस बल्लेबाज को हर संभव कानूनी सहायता मुहैया कराने के लिए तैयार है।अशरफ ने कहा आईसीएल यूसुफ को पाकिस्तान की ओर से खेलने से नहीं रोक सकती। यूसुफ ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन बाद में उसे रद्द कर दिया था और चूँकि आईसीएल अभी तक शुरू नहीं हुई है तो यूसुफ या कोई अन्य अनुबंधित खिलाड़ी ऐसा कर सकता है।यूसुफ पाकिस्तान के उन पाँच खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने अगस्त में आईसीएल की ओर से खेलने का अनुबंध किया था। लेकिन इस बल्लेबाज ने पिछले महीने पीसीबी के मुख्य अनुबंध पर हस्ताक्षर कर दिए थे और खुद को राष्ट्रीय टीम के लिए उपलब्ध घोषित किया था। यूसुफ ने बीसीसीआई की आईपीएल के अनुबंध पर भी दस्तखत किए।अशरफ ने कहा राष्ट्रीय कर्तव्य पहले है और यह सभी समझौतों से ऊपर है। किसी भी खिलाड़ी को निजी अनुबंध के चलते उसके अपने देश की ओर से खेलने से नहीं रोका जा सकता। आईसीएल के एक अधिकारी ने यूसुफ के पीसीबी से अनुबंध करने के बाद उनकी भविष्य की योजनाएँ जानने के लिए कई बार पत्राचार के बावजूद इस बल्लेबाज से कोई जवाब नहीं देने के बाद कानूनी नोटिस भेजने की पुष्टि की।बहरहाल आईसीएल के अधिकारी का कहना है कि उन्हें यूसुफ के पाकिस्तान की ओर से खेलने पर कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन पीसीबी की यूसुफ के आईसीएल के बदले आईपीएल की ओर से खेलने की घोषणा से वह चिंतित हैं। पीसीबी के निर्देशों के मद्देनजर यूसुफ इस बारे में कोई भी टिप्पणी करने से बचते रहे। इस बीच पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक के मुताबिक उन्होंने भी आईपीएल से अनुबंध स्वीकार कर लिया है लेकिन पाकिस्तान की टीम से संन्यास लेने के बाद वे दोनों ही भारतीय लीगों की ओर खेलना चाहेंगे।दो अन्य पाकिस्तानी खिलाड़ियों इमरान फरहात और अब्दुल रज्जाक का कहना है कि वे आईसीएल के साथ जुड़े रहेंगे और अनुबंध से पीछे नहीं हटेंगे।