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Written By वार्ता

युवराज जैसा नहीं खेले पनेसर

एशेज
एशेज के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर इंग्लैंड को ड्रॉ दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले मोंटी पनेसर ने कहा कि भारत के आक्रामक बल्लेबाज युवराजसिंह जैसी प्रभावी शैली नहीं होने के बावजूद वे संकट के समय टीम की मदद करने में सफल रहे।

पनेसर ने कहा कि भले ही मैंने इस टेस्ट को ड्रॉ कराया हो लेकिन मेरे और युवराज के बीच तुलना न ही करें तो अच्छा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम को ड्रॉ दिलाकर मुझे जो खुशी हुई, उसको मैं शब्दों में बयाँ नहीं कर सकता हूँ।

अंग्रेज स्पिनर ने डेली मेल में लिखे अपने कॉलम में कहा कि ग्रीम स्वान ने मुझे इंग्लैंड के युवराजसिंह की संज्ञा दी थी लेकिन मैं साफ करना चाहूँगा कि मैं उनकी तरह नहीं खेलता हूँ। मैंने इधर अपनी बल्लेबाजी पर काफी मेहनत की थी और मुझे उसी का फायदा मिला है।

पनेसर ने कहा कि मैं तो इंग्लैंड टीम में अपनी गेंदबाजी को लेकर शामिल किया गया था लेकिन इसे लेकर मैं बहुत खुश हूँ कि जब टीम को जरूरत हुई तो मैंने बल्ले से भी अच्छा योगदान किया।

ऑफ स्पिनर पनेसर ने कॉलिंगवुड की उनकी जीवट भरी पारी की तारीफ करते हुए कहा कि कॉलिंगवुड ने 74 रन बनाकर टीम को ड्रॉ कराने में न केवल मदद की बल्कि उन्हें क्रीज पर टिकने के कुछ उपयोगी नुस्खे भी बताए।

उन्होंने कहा कि कॉलिंगवुड ने अवसर को बेहतर तरीके से भुनाया और बेहतर बल्लेबाजी की। इसके अलावा जेक्स एंडरसन और मैंने बाकी के बचे ओवर खेलकर मैच को ड्रॉ करा दिया। पनेसर ने माना कि जब टीम के नौ विकेट आउट हो गए थे तो वे ड्रेसिंग रूम में काफी तनाव में थे।

उन्होंने कहा कि जब मैं ड्रेसिंग रूम में पैड पहनकर बैठा था तो काफी नर्वस था। मैं तो कॉलिंगवुड और एंडरसन की बल्लेबाजी के समय बस घटते ओवरों को गिन रहा था लेकिन जब कॉलिंगवुड आउट हुए तो मैंने सोचा अब बाकी काम मुझे ही निपटना होगा। हम पहला टेस्ट हारकर 0-1 से नहीं पिछड़ना चाहते थे और आखिरकार हम ड्रॉ कराने में सफल रहे।