Last Modified: दुबई (भाषा) ,
सोमवार, 4 जून 2007 (02:55 IST)
मैग्राथ के पास हसीन मौका
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैग्राथ अपने स्वर्णिम कॅरियर का अंत भी चोटी पर रहकर कर सकते हैं।
मैग्राथ यदि रविवार श्रीलंका के खिलाफ होने वाले फाइनल में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखकर ऑस्ट्रेलियाई को लगातार तीसरा विश्व कप दिलाने में मदद करते हैं तो वह एलजी आईसीसी एकदिवसीय रैंकिंग में भी दूसरे स्थान पर पहुँच जाएँगे।
विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले मैग्राथ ताजा रैकिंग में दो स्थान की छलाँग लगाकर तीसरे स्थान पर पहुँच गए हैं और अपने साथी नाथन ब्रैकन से छह रेटिंग अंक पीछे हैं। दक्षिण अफ्रीका के शान पोलाक अभी चोटी पर काबिज हैं।
बारबडोस में यह गेंदबाजों का दिन भी हो सकता है क्योंकि शीर्ष 20 में शामिल कम से कम छह गेंदबाजों के इसमें भाग लेने की संभावना है। मैग्राथ और ब्रैकन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉग दो स्थान उपर 12वें नंबर पर पहुँच गए हैं जबकि तेज गेंदबाज शॉन टेंट ने 16 स्थान की छलाँग लगाई है और अब वह 34वें स्थान पर हैं।
श्रीलंका के गेंदबाज भी मैग्राथ एंड कंपनी से पीछे नहीं हैं। चामिंडा वास और मुथैया मुरलीधरन न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में अच्छे प्रदर्शन के बाद पाँचवें और छठे स्थान पर पहुँच गए हैं।
तूफानी तेज गेंदबाज लासिथ मलिंगा ने भी रैकिंग में सुधार किया है। चोट के कारण कुछ मैचों में बाहर रहने वाले मलिंगा ने सेमीफाइनल में शानदार वापसी की और अब वह पांच स्थान उपर 16वें नंबर पर पहुँच गए हैं, जो उनके कॅरियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है।
एकदिवसीय बल्लेबाजी में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा है। माइकल क्लार्क चार स्थान उपर नौवें नंबर पर पहुँच गए हैं, जबकि मैथ्यू हैडन और माइकल हस्सी चोटी के पाँच में शामिल हो गए हैं। रिकी पोंटिंग यदि फाइनल में भी अच्छी पारी खेलते हैं तो वह शीर्ष पर काबिज केविन पीटरसन पर दबाव बढ़ा सकते हैं। वह अभी पीटरसन से 26 अंक पीछे हैं।
सेमीफाइनल में शानदार शतक जमाने के बाद माहेला जयवर्द्धने भी चोटी के 20 में पहुँच गए हैं। श्रीलंकाई कप्तान ताजा रैकिंग में 18वें नंबर पर हैं। ऑलराउंडरों की सूची में पोलाक चोटी पर जबकि जैक्स कैलिस दूसरे और सनथ जयसूर्या तीसरे नंबर पर हैं।
टीम रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका पर सेमीफाइनल में सात विकेट की जीत से नंबर एक का अपना स्थान और मजबूती दी है। दक्षिण अफ्रीका अब भी दूसरे जबकि न्यूजीलैंड तीसरे और श्रीलंका चौथे स्थान पर है। श्रीलंका यदि 1996 का प्रदर्शन दोहराता है तो फिर वह न्यूजीलैंड की बराबरी पर पहुँच जाएगा, लेकिन अंकों की दशमलव में गणना होने के कारण वह चौथे स्थान पर ही बना रहेगा।