मुझे गुमराह किया गया था-यूसुफ
लंबे समय तक असमंजस की स्थिति में रहने के बाद आज आधिकारिक तौर पर फिर से इंडियन क्रिकेट लीग से जुड़ने वाले पाकिस्तानी बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ ने बीसीसीआई और पीसीबी का नाम लिए बिना आज यहाँ कहा कि पहले उन्हें कुछ लोगों ने गुमराह किया था। पिछले साल के 'विज्डन क्रिकेट ऑफ द ईयर' यूसुफ ने संवाददाताओं से कहा कि पिछली बार कुछ गलतफहमियाँ हो गई थी और मैं मानता हूँ कि मुझसे गलती हुई थी क्योंकि कुछ लोगों ने मुझे गुमराह किया था। यूसुफ ने हालाँकि यह स्पष्ट नहीं किया कि उन्हें किन लोगों ने गुमराह किया था। कुल 79 टेस्ट और 269 एकदिवसीय मैच खेलने वाले यूसुफ पिछले साल भी आईसीएल से करार कर लिया था, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के कहने पर अनुबंध तोड़ दिया था। उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने का प्रलोभन भी दिया गया था, लेकिन कानूनी पचड़ों के कारण उनकी यह हसरत पूरी नहीं हो पाई थी। यूसुफ ने कहा कि मैंने पाकिस्तान की तरफ से खेलना चाहा था और यदि वह मुझे अब भी बुलाएँगे तो मैं अपने देश की टीम के लिए उपलब्ध रहूँगा। मेरी पीसीबी के नए अध्यक्ष (एजाज बट) से कोई बात नहीं हुई है। आईसीएल के चेयरमैन कपिलदेव ने आज यूसुफ के फिर से लीग से जुड़ने की घोषणा की जिसमें वह लाहौर बादशाह टीम की तरफ से खेलेंगे। कपिल ने कहा कि मैं आईसीएल में यूसुफ का स्वागत करता हूँ। उनकी प्रतिभा और बेजोड़ बल्लेबाजी निश्चित तौर पर आईसीएल के प्रशंसकों के लिए बहुत बढ़िया अनुभव होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि उनका अनुभव और सीख से घरेलू बल्लेबाज अपना कौशल निखारेंगे और बेहतर क्रिकेटर बनेंगे।यूसुफ आईसीएल में अपना पहला मैच लाहौर बादशाह की तरफ से सात नवंबर को खेलेंगे। इस बीच आईसीएल के बिजनेस प्रमुख हिमांशु मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के इस बल्लेबाज के अदालत में चल रहे मामले आपसी सहमति से निबटा लिए जाएँगे। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि यूसुफ का आईपीएल के साथ अनुबंध नहीं हुआ था इसलिए उन्हें इस बल्लेबाज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है। मोदी ने कहा कि यूसुफ ने आईपीएल से कोई पैसा नहीं लिया था और उनका उससे कोई अनुबंध नहीं हुआ था।जहाँ तक हमें पता है वह यूसुफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकते और यदि ऐसा होता है तो हम हर तरह से यूसुफ का साथ देंगे।