Last Modified: कोलकाता ,
शनिवार, 21 मई 2011 (18:01 IST)
मुंबई के लिए ‘करो या मरो’ का मुकाबला
लगातार तीन हार के बाद जूझ रही मुंबई इंडियंस के लिए कल यहां फार्म में चल रही कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ आईपीएल मुकाबला ‘करो या मरो’ का होगा।
कोलकाता नाइटराइडर्स ने शानदार रन रेट से प्ले ऑफ में जगह सुनिश्चित कर ली है। लेकिन प्ले ऑफ में पहुंचने के लिए कप्तान सचिन तेंडुलकर की मुंबई इंडियंस को सुनिश्चित करना होगा कि वे इस मैच में जीत दर्ज कर किंग्स इलेवन पंजाब से आगे रहें।
अंकों की गणना को अगर अलग रख दिया जाए तो मेजबान टीम अंक तालिका में दूसरे स्थान पर निगाह लगाए हैं जिससे उन्हें फाइनल में जगह बनाने का बढ़िया मौका मिल जाएगा।
केकेआर के जॉक कैलिस ने कहा कि शीर्ष दो में रहने से हमें फाइनल में पहुंचने का दोहरा मौका मिल जाएगा। आईपीएल के नए प्रारूप के मुताबिक प्ले ऑफ में दो शीर्ष टीमों में हारने वाली टीम को दूसरा मौका मिलेगा क्योंकि उन्हें फाइनल में पहुंचने से पहले तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों के बीच मुकाबले की विजेता के खिलाफ भी मौका मिलेगा।
गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर की टीम चौथे सत्र में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में मजबूत रही है। पिछले मैच में हालांकि कैलिस को चोट लग गई थी जिससे गंभीर को पारी का आगाज करने का मौका मिल गया था। कल ईडन गार्डन्स की धीमी पिच पर स्पिनरों को बढ़िया मौका मिलेगा। लेकिन मुंबई इंडियंस की टीम इस करो या मरो के मैच में किसी भी तरह की कोताही बरतने के मूड में नहीं होगी।
तेंडुलकर ने कहा कि टीम में कुछ बदलाव होंगे क्योंकि यह अलग तरह की पिच है जिसमें अलग रणनीति की जरूरत होती है। मुंबई इंडियंस के लिए हालांकि यह अविश्वसनीय हालात हैं क्योंकि एक समय वह 10 मैचों में 16 अंक हासिल कर सबसे निरंतर प्रदर्शन करने वाली टीम थी। लेकिन अब उसके 13 मैचों में 16 अंक हैं।
लेकिन हार की हैट्रिक, घरेलू मैदान पर दो, टीम के लिए मनोबल गिराने वाली साबित हुई।
पिछले मैच में मुंबई इंडिंयस की स्टार सुसज्जित टीम राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ केवल पांच विकेट पर 133 रन ही बना सकी थी जिसके बाद जयपुर की टीम ने शेन वाटसन की नाबाद 89 रन की पारी से 10 विकेट से जीत दर्ज की।
मुंबई इंडियंस की मुख्य समस्या उनका मध्यक्रम रहा है जो शीर्ष क्रम तेंडुलकर, अम्बाती रायडू और रोहित शर्मा के आउट होने के बाद विस्फोट करने में असफल रहा है। (भाषा)