Last Modified: नई दिल्ली ,
गुरुवार, 24 नवंबर 2011 (15:52 IST)
बेटे से ज्यादा पोता प्यारा होता है-कपिल
विश्व कप (1983) विजेता टीम के कप्तान कपिल देव ने मौजूदा भारतीय टीम को अपनी पसंदीदा टीम बताते हुए मुहावरे का प्रयोग किया और कहा कि बाप को बेटे से ज्यादा पोता प्यारा होता है, इसीलिए मुझे हाल ही में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम पसंद है।
दरअसल कपिल से 1983 की विश्व कप विजेता टीम और 2011 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के बीच पसंदीदा टीम चुनने के लिए कहा था। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘बाप को बेटे से ज्यादा पोते से प्यार होता है तो निश्चित रूप से हाल में विश्व कप जीतने वाली मेरी पसंदीदा टीम होगी।’’
कपिल ने भरोसा जताया कि भारतीय टीम आगामी ऑस्ट्रेलियाई दौरे में अच्छा प्रदर्शन करेगी क्योंकि जीत दर्ज करने के लिए टीम में सभी हथियार मौजूद हैं लेकिन उनका मानना है कि गेंदबाजी विभाग में कड़ी मेहनत करनी होगी।
इंग्लैंड की सरजमीं पर करारी शिकस्त झेलने के बाद भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में जीत दर्ज कर ली है और टीम अब अगले महीने ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए रवाना होगी।
ऑस्ट्रेलियाई टूर के बारे में पूछने पर कपिल ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘यह एक बड़ा सवाल है और हमेशा ही रहेगा क्योंकि भारतीय टीम विदेशों में इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती। वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला से पहले इंग्लैंड टूर में टीम का प्रदर्शन खराब रहा था, इसलिए यह सवाल हमेशा बना रहेगा।’’
कपिल ने हालांकि कहा कि महेंद्र सिंह धोनी की टीम में ऑस्ट्रेलिया में जीत दर्ज करने के लिए सभी हथियार मौजूद हैं लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि टीम की गेंदबाजी धार इतनी तेज नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलियाई दौरा थोड़ा कठिन होगा। भारतीय टीम की गेंदबाजी कमजोर है, यह हमेशा ही ऐसा रहा है, लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि टीम अच्छा खेल दिखाए क्योंकि टीम के पास धोनी के रूप में एक अच्छा कप्तान है, अच्छे बल्लेबाज मौजूद हैं। टीम में नए खिलाड़ी आए हैं जो अच्छा खेल दिखा रहे हैं।’’
गेंदबाज वरूण आरोन और उमेश यादव ने हाल में वेस्टइंडीज के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। इन नए खिलाड़ियों के प्रदर्शन के बारे में पूछने पर कपिल ने कहा, ‘‘अभी ये अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं लेकिन सवाल है कि ये तीन-चार साल के बाद कितने फिट रह पाते हैं। सबसे बड़ी चिंता फिटनेस होती है। अगर ये चार साल बाद चोट से दूर रह पाते हैं तो टीम के यह काफी महत्वपूर्ण होगा।’’
अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह को चयनकर्ताओं ने हाल में टीम से बाहर रखा है, उनकी वापसी के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘यह काम चयनकर्ताओं का है, अगर उन्हें लगता है कि टीम का संयोजन उनके बिना ठीक रहेगा तो यह उनका फैसला है। मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि भज्जी (हरभजन) इस दौरे पर जाएं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि टीम की जरूरत क्या है। टीम का सर्वश्रेष्ठ संयोजन क्या होगा।’’
इंडियन प्रीमियर लीग के बाद होने वाली पार्टियों से क्या क्रिकेटरों का ध्यान भटकता है तो उन्होंने इस सवाल पर सीधे जवाब नहीं दिया और कहा, ‘‘हमारे दौर में संचार के इतने माध्यम नहीं हुआ करते थे, लेकिन आज की जीवनशैली हमारे दौर से काफी अलग है। तब से अब चीजें काफी बदल गई हैं।’’ (भाषा)