Last Modified: लंदन ,
गुरुवार, 24 नवंबर 2011 (12:33 IST)
बट्ट और आमिर की अपील खारिज
स्पॉट फिक्सिंग मामले में जेल की सजा पाने वाले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट और तेज गेंदबाज मो. आमिर की उन्हें दी गई सजा के खिलाफ दायर अपील बुधवार को खारिज कर दी गई।
बट्ट को गत वर्ष लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए ढ़ाई वर्ष जेल की सजा सुनाई गई थी जबकि आमिर को छः महीने की सजा सुनाई गई थी। बट्ट जहां इस समय जेल में बंद हैं वही आमिर को एक सुधारगृह में रखा गया है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस मामले में एक वर्ष की सजा पाए तीसरे दोषी पाक क्रिकेटर मो. आसिफ ने उन्हें दी गई सजा के खिलाफ अपील दायर की है। इंग्लैंड के बलहम चैंबर्स के मशहूर वकील रवि सुकुल आसिफ का मुकदमा लड़ेंगे। लंदन की क्राउन कोर्ट अदालत ने 3 नवंबर को तीनों को सजा सुनाई थी।
न्यायमूर्ति ने बट्ट और आमिर की अपील खारिज करते हुए कहा कि इन क्रिकेटरों ने अपनी टीम, देश और खेल के साथ दगा किया जिसने इन्हें इतना नाम, पहचान और प्रशंसक दिए थे। न्यायमूर्ति ने कहा- सच्चाई यह है कि अगर इस तरह की फिक्सिंग को रोका नहीं गया तो क्रिकेट खेल को देखने का सारा मजा ही खत्म हो जाएगा। बट्ट के वकीलों ने तर्क दिया था कि उन्हें दी गई ढाई साल की सजा बहुत कड़ी है। मैच फिक्सिंग तीन तरह की है जो मैच के परिणाम, खेल का रुख और स्पॉट फिक्सिंग है।
वकीलों का कहना था कि बट्ट का मामला इन तीनों में सबसे निचली श्रेणी में आता है। आमिर के वकीलों का कहना था कि उसकी छः महीने की सजा को निलंबित सजा कर दिया जाए ताकि वे स्वतंत्र रूप से घूम-फिर सके। न्यायमूर्ति ने इन सभी तर्कों को खारिज करते हुए कहा कि बट्ट का अपराध क्षमायोग्य नहीं है क्योंकि एक कप्तान के रूप में उनकी जिम्मेदारी किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को रोकने की थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। (वार्ता)