Last Modified: नई दिल्ली ,
सोमवार, 4 जून 2007 (02:17 IST)
खुल सकती है मैग्राथ की 'लॉटरी'
कैरेबियाई सरजमीं पर चल रहे विश्व कप में अपनी तूफानी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर करने वाले ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैग्राथ का क्रिकेट महाकुंभ का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट) चुना जाना तय सा लगता है।
गुरुवार को सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से मात देने में अहम भूमिका निभाने वाले मैग्राथ ने 18 रन देकर तीन विकेट लिए और इस विश्व कप का 'तीसरा मैन ऑफ द मैच' पुरस्कार अपने नाम किया। इसके अलावा वह तीन मौकों पर मैच के दूसरे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे।
प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की सूची में वह 15 अंक के साथ शीर्ष पर हैं। अब जब विश्व कप का फाइनल मुकाबला खेला जाना बाकी है। उन्हें श्रीलंकाई खिलाड़ियों से इस दौड़ में चुनौती मिलने की संभावना ना के बराबर है।
उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी महेला जयवर्द्धने के 11 अंक हैं, लेकिन एक मैच में अधिकतम तीन अंक मिलने के कारण मैग्राथ को कोई खतरा नहीं है। सेमीफाइनल मैचों से पहले उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के ही मैथ्यू हैडन (9) और न्यूजीलैंड के स्कॉट स्टाइरिस (9) इस दौड़ में पिछड़ गए हैं। स्टायरिस की टीम सेमीफाइनल हारकर पहले ही प्रतियोगिता से बाहर हो चुकी है।
खिलाड़ियों को अंक देने के लिए विश्व कप के दौरान उनके प्रदर्शन का आकलन कमेंटेटर कर रहे हैं। 'मैन ऑफ द मैच' हासिल करने वाले खिलाड़ी को तीन दूसरे सबसे बेहतर खिलाड़ी को दो और तीसरे बेहतर खिलाड़ी को एक अंक दिया जाता है।
विश्व कप की शुरुआत से पहले ही टूर्नामेंट के बाद खेल को अलविदा कहने की घोषणा कर चुके मैग्राथ 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' के खिताब के साथ विदाई लेते हैं तो यह उनके जानदार कॅरियर की शानदार विदाई होगी।
लगातार तीसरा विश्व कप खिताब जीतने का सपना संजोए बैठी ऑस्ट्रेलियाई टीम अगर फाइनल अपने नाम करती है तो मैग्राथ उन बिरले क्रिकेटरों की सूची में जगह बना लेंगे, जिनकी टीम ने तीन बार विश्व खिताब पर कब्जा किया है। मैग्राथ इससे पहले 1999 और 2003 विश्व कप खिताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के भी सदस्य थे।
ऑस्ट्रेलियाई टीम भी अपने गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ मैग्राथ को खिताबी जीत के साथ विदाई देना चाहेगी। फाइनल में मैग्राथ के पास बेहतर प्रदर्शन कर कुछ और अंक बटोरने का सुनहरा मौका होगा।
बल्लेबाजों के अनुकूल एकदिवसीय क्रिकेट में किसी गेंदबाज के लिए बेहतर प्रदर्शन करना मुश्किल चुनौती है लेकिन क्रिकेट इतिहास के महान गेंदबाजों में शुमार मैग्राथ ने इसे आसान बना दिया है।
मौजूदा विश्व कप में तीन शतक ठोकने वाले हैडन सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में शीर्ष पर काबिज हैं। उन्होंने क्रिकेट महाकुंभ में अब तक 77.62 की औसत से 621 रन बनाए हैं। उन्होंने एक अर्द्घशतक भी जड़ा है।
हैडन की नजर सचिन तेंडुलकर के एक विश्व कप में सर्वाधिक 673 रन बनाने के रिकॉर्ड पर है, जो उन्होंने 2003 में दक्षिण अफ्रीका में बनाया था। इसके बाद श्रीलंका के कप्तान माहेला जयवर्द्धने का नंबर आता है, जिन्होंने एक शतक और चार अर्द्घशतक की मदद से 529 रन बनाए हैं।
दस मैचों में 71.71 की औसत से 502 रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग तीसरे स्थान पर हैं, जबकि उनके बाद न्यूजीलैंड के स्कॉट स्टाइरिस (499) और दक्षिण अफ्रीका के जैक्स कैलिस का नंबर आता है।
दस मैच में 13.04 रन की औसत से 25 विकेट झटकने वाले ग्लैन मैग्राथ गेंदबाजों की सूची में चोटी पर हैं जबकि इसके बाद श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं जिन्होंने 23 विकेट चटकाए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई के शॉन टैंट 23 विकेट के साथ तीसरे जबकि इसी टीम के ब्रेड हॉग 20 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाने के बाद इस सूची में चौथे नंबर पर है। इसके बाद लासिथ मालिंगा हैं, जिन्होंने 16 विकेट हासिल किए हैं।