Last Modified: दुबई (भाषा) ,
रविवार, 3 जून 2007 (12:31 IST)
खिलाड़ियों की फिटनेस को खतरा
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति ने व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि भविष्य के दौरा कार्यक्रम में कई एकदिवसीय मैच जोड़ने से खेल के स्तर और खिलाड़ियों की फिटनेस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
आईसीसी ने एक बयान जारी कर कहा समिति ने अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के व्यस्त होने पर चिंता जताई है। विशेषकर कई अतिरिक्त एकदिवसीय मैच खेलने पर। उसका मानना है कि इसका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की गुणवत्ता जज्बे और स्तर पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इससे खिलाड़ी और तेज गेंदबाज चोटिल भी हो सकते हैं।
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावसकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में समिति ने जिम्बॉब्वे की टेस्ट क्रिकेट में वापसी के खिलाफ सिफारिश की है। समिति ने कहा है कि टेस्ट क्रिकेट खेलने की अनुमति देने से पहले अफ्रीकी देश को इस स्तर पर प्रदर्शन की काबिलियत दिखानी होगी, जिससे खेल पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े।
समिति ने वनडे मैचों के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव लाने का भी प्रस्ताव रखा, जिसमें पारी के 35 ओवर के बाद गेंद बदलने और नो बॉल के बाद फ्री हिट देना भी शामिल है।
इसके अलावा दूसरे या तीसरे पावर प्ले में अंदरूनी सर्कल के बाहर तीन खिलाड़ियों को लगाना पिच पर एडहेसिव का इस्तेमाल बंद करने जहाँ भी संभव हो सीमारेखा को 90 मीटर तक करने जैसे नियमों को लागू करने की समिति ने सिफारिश की है।
समिति ने सितंबर में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले पहले ट्वंटी-20 विश्व कप में खिलाड़ियों को टीवी अंपायर से अपील करने की इजाजत देने से इंकार कर दिया। हालाँकि समिति ने घरेलू प्रतियोगिताओं में इसे ट्रायल के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी।