कोच चयन में पूर्व कप्तानों की भूमिका
भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष शरद पवार ने साफ किया है कि राष्ट्रीय टीम के लिए कोच के चयन में तीन पूर्व कप्तानों की भूमिका अहम होगी। बीसीसीआई की कोच चयन को लेकर गठित समिति की चार जून को बैठक होगी, जिसमें पूर्व कप्तान सुनील गावसकर, एस. वेंकटराघवन और रवि शास्त्री भी शामिल हैं। अभी ऑस्ट्रेलिया के डेव व्हाटमोर कोच पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। पवार ने समाचार चैनल एनडीटीवी से कहा बैठक में हमारे साथ तीन महत्वपूर्ण सदस्य भी भाग लेंगे। उसमें भले ही मैं हूँ और बोर्ड के अन्य पदाधिकारी हैं, लेकिन सुनील गावसकर, रवि शास्त्री और वेंकटराघवन तीनों सीनियर क्रिकेटर हैं और हम उनकी राय पर अधिक निर्भर रहेंगे।बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा कि टीम के शीर्ष क्रिकेटरों ने उन्हें अपनी राय से अवगत करा दिया है लेकिन उन्होंने इसका खुलासा करने से इन्कार कर दिया। रिपोर्टों के अनुसार टीम किसी विदेशी कोच के पक्ष में है। पवार ने इसके साथ ही कहा बोर्ड गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच बनाए रखने की सिफारिश करेगा। बांग्लादेश दौरे में वेंकटेश प्रसाद को गेंदबाजी और रोबिन सिंह को क्षेत्ररक्षण कोच बनाकर भेजा गया था। उन्होंने कहा कि बोर्ड से तरफ से हम यही कहेंगे कि कोच का चयन आप करिए लेकिन गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच की जरूरत दिखती है। खिलाड़ियों ने भी मुझसे कहा कि गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण के लिए अलग कोच रखने से उन्हें बहुत लाभ हो रहा है।