अब मैं हूं डॉक्टर महेन्द्रसिंह धोनी
भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी को यहां लीसेस्टरशायर के खिलाफ अभ्यास मैच के बाद डिमोंटफोर्ट विश्वविद्यालय ने मानद डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा गया। समारोह के दौरान धोनी की उनकी बेजोड़ नेतृत्व क्षमता और उपलब्धियों के लिए सराहना भी की गई।महेंद्रसिंह धोनी ने अपने करियर के दौरान कई उपलब्धियां हासिल की। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 में आईसीसी ट्वेंटी-20 विश्व कप जीता, टीम ने 2007-08 में कामनवेल्थ वनडे श्रृंखला जीती और अप्रैल 2011 में आईसीसी विश्व कप विजेता भी बनी।धोनी के नाम एक पारी में सर्वाधिक कैच लपकने का रिकॉर्ड है जबकि कप्तान के रूप में सर्वाधिक समय तक अजेय रहने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है। वह सबसे तेज शतक जड़ने वाले भारतीय विकेटकीपर भी हैं। वर्ष 2008 और 2009 में धोनी को आईसीसी का वनडे क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुना गया।धोनी की अगुआई में हालांकि भारत को हाल में इंग्लैंड के हाथों टेस्ट श्रृंखला में 0-4 की शिकस्त झेलनी पड़ी। टीम को अब सीमित ओवरों की श्रृंखला खेलनी है जिसकी शुरुआत 31 अगस्त को एकमात्र ट्वेंटी20 मैच के साथ होगी। बीसीसीआई की नजर सबसे पहले धोनी पर 2003 में पड़ी जब वह जमशेदपुर में खेल रहे थे।इसी साल उन्हें भारत ए टीम में चुना गया और धोनी को कुछ समय बाद ही बांग्लादेश और पाकिस्तान के एकदिवसीय दौरों के लिए टीम में चुन लिया गया।धोनी ने कहा कि यह पुरस्कार हासिल करके मैं खुश हूं और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार को मैं भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में सिर्फ अपने सम्मान के तौर पर नहीं बल्कि ऐसी चीज के रूप में देखता हूं जिस पर पूरी टीम को गर्व होगा। (भाषा)