इस पूर्व भारतीय बल्लेबाज का दावा, टी-20 मैचों का सुखद अंत करेंगे ऋषभ पंत
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का मानना है कि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत टी-20 मुकाबलों में भारत के लिए मैच विजेता बन सकते हैं। ऐसे में टी-20 विश्व कप के मद्देनजर उन्हें लगातार खेलने के मौके देने की जरूरत है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सीमित ओवर क्रिकेट से बाहर रहे पंत को हाल ही में संपन्न हुई इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में बेहतरीन फाॅर्म के मद्देनजर इंग्लैंड के साथ आगामी पांच मैचों की टी-20 श्रृंखला के लिए टीम में शामिल किया गया है। पंत ने ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में भारत को करिश्माई जीत दिलाई थी।
लक्ष्मण ने मंगलवार को स्टार स्पोर्ट्स के शो ' गेम प्लान ' में कहा, '' हमने पंत को आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए दबाव में खेलते और मैच जिताते देखा है। एक बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में वह लेफ्ट और राइट तालमेल का विकल्प देते हैं और यदि वह अपने शॉट खेलना शुरू कर देते हैं तो विपक्षी कप्तान दबाव में आ जाता है। जब वह क्रीज पर टिक जाते हैं तो हम सब जानते हैं कि वह अपने बलबूते पर मैच जिता सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि वह खुद को एक या दो पारियों से नहीं आंकेंगे, क्योंकि अगर आप विश्व कप को ध्यान में रखते हुए सोचें ताे यह लंबा सफर है। ''
लक्ष्मण ने कहा कि पंत हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा के साथ सीमित ओवर क्रिकेट में भारत के लिए फिनिशर की भूमिका को पूरा कर सकते हैं। ऐसे में भारतीय टीम की अंतिम ओवरों में स्थिति मजबूत होगी, क्योंकि पिछले एक-डेढ़ साल से हम पूरी तरह से पांड्या और रविंद्र जडेजा पर निर्भर हो गए हैं जो सात नंबर पर बल्लेबाजी करने आते हैं।
पूर्व बल्लेबाज ने मुंबई के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव की भी काफी प्रशंसा की, जिन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आगामी 12 मार्च से शुरू हो रही टी-20 श्रृंखला के लिए राष्ट्रीय टीम में शामिल होने का मौका मिला है। लक्ष्मण ने कहा, '' सूर्यकुमार इसके हकदार हैं। मुझे लगता है कि वह युवा क्रिकेटर्स के लिए एक रोल मॉडल हैं। हमें नहीं पता कि उन्हें एकादश में खेलने का मौका मिलेगा या नहीं, लेकिन वह टी-20 की एकादश टीम में शामिल होने के योग्य हैं। ''
गौरतलब है कि ऋषभ पंत लगातार टीम इंडिया के लिए टर्निंग प्वाइंट इनिंग्स खेल रहे हैं। उन्होंने अकेले दम पर 89 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए चौथे टेस्ट में टीम इंडिया को 3 विकेट से जीत दिला दी थी। भारत इस कारण बॉर्डर गावस्कर सीरीज जीत गया था। सिडनी में भी उनके 90 रनों की पारी के कारण भारत टेस्ट ड्रॉ करा पाया था।
इसके बाद इंग्लैंड से हुए पहले टेस्ट में भी ऋषभ पंत ने 91 रन बनाए थे और भारत को बेहतर स्थिती में लाए थे। लेकिन असली कमाल तो पंत ने चैौथे टेस्ट में किया जब भारत 146 पर 6 विकेट गंवा चुकी थी। पंत ने तेजी से रन बनाकर भारत को बेहतरीन स्थती में ला खड़ा किया और अपने टेस्ट करियर का तीसरा शतक पूरा किया।
पंत ने 118 गेंद की 101 रन की पारी के दौरान धैर्य और आक्रामकता का संतुलन बनाते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों को परेशान किया जिससे उनके कप्तान विराट कोहली से लेकर प्रतिद्वंद्वी टीम के कप्तान जो रूट ने उनकी काफी प्रशंसा की।(वार्ता)