बदलते मौसम ने ना केवल त्योहार पर फर्क डाला है बल्कि क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं रहा है। सोमवार को हुई बारिश ने मौसम में नमी पैदा कर दी है। इससे अहमदाबाद में होने वाले चौथे टेस्ट की स्थिति में खासा फर्क पड़ेगा। गौरतलब है कि पिछले 3 टेस्ट ऐसे स्पिन की मुफीद पिच पर खेले गए थे जिसमें पहले ही दिन से गेंद टर्न होती है। इंदौर में मिली हार और होलकर की पिच को मिले खराब रेटिंग के बाद यह तो तय था कि अहमदाबाद में ऐसी पिच नहीं बनेगी।
लेकिन बदलते मौसम ने इसमें एक और कोण डाल दिया है। भारतीय टीम प्रबंधन ने अभी तक पिच निर्माता को यह निर्देश नहीं दिए है कि कैसी पिच बनानी है, जिस कारण पिच क्यूरेटर सामान्य टेस्ट पिच बनाएंगे। लेकिन हवा और मैदान में नमी के कारण पहले दिन तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है।
इसके अलावा अहमदाबाद में 12 तारीख को बारिश की संभावना है, जिससे यह माना जा सकता है कि इससे पहले भी अहमदाबाद मे हल्की ठंड होने वाली है। ऐसे में दोनों टीमें अपनी अंतिम ग्यारह में बदलाव कर 3 तेज गेंदबाजों के साथ उतर सकती हैं।
भारत से मोहम्मद शमी तो ऑस्ट्रेलिया से स्कॉट बोलैंड को मिल सकती है जगह
भारत ने पहले ही मोहम्मद शमी को टेस्ट दल में शामिल कर लिया है। संभवत अक्षर पटेल की जगह वह टीम में शामिल होंगे लेकिन यह निर्णय आसान नहीं होने वाला। कप्तान रोहित शर्मा के बाद अक्षर पटेल इस बॉर्डर गावस्कर सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्हें बाहर बैठाकर टीम मैनेजमेंट लचर भारतीय बल्लेबाजी की समस्या बढ़ा सकती है।
वहीं तेज गेंदबाजी की मुफीद पिच पर ऑस्ट्रेलिया के पास भी कम विकल्प हैं। कप्तान कमिंस ऑस्ट्रेलिया में है तो उनकी जगह स्कॉट बोलैंड को खिलाया जा सकता है। हालांकि कमिंस ऐसी पिच पर ज्यादा अनुभवी गेंदबाज होते। टीम ऑस्ट्रेलिया को भी मर्फी और कोहेनमैन में से किसी 1 को बाहर बैठाने की पहेली सुलझानी होगी जिनका इस सीरीज में डेब्यू हुआ है और कम से कम 1 बार दोनों ही 5 विकेट हॉल ले चुके हैं।
टॉस भी इसमें काफी अहम हो गया है। हालांकि इस सीरीज में जब भी टीम टॉस हारी है वह मैच भी हारी है। लेकिन यह स्थिति शायद अहमदाबाद में देखने में ना मिले क्योंकि टीम पहले बल्लेबाजी ही करना पसंद करेंगी चाहे जितनी मर्जी मदद तेज गेंदबाजों को पिच से हो। क्योंकि अंत में कोई बल्लेबाजी करना पसंद नहीं करेगा।
इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 9 विकटों की निराशाजनक हार के बाद भारतीय टीम के लिए इस सीरीज का चौथा मैच जितना आवश्यक हो गया है अन्यथा टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश नहीं कर पाएगी जो 7 जून से 11 जून तक लंदन के ओवल स्टेडियम में खेली जाएगी। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया था जहाँ ऑस्ट्रेलिया ने इंडिया को 9 विकटों से हरा कर WTC में प्रवेश कर लिया है। इस पूरी सीरीज में अब तक खिलाडियों के प्रदर्शन से ज़्यादा चर्चा में 'पिच' रही हैं।
इंदौर की पिच के बारे में भी मैच के दौरान लगातार बातें होती रही। होल्कर स्टेडियम की यह पिच स्पिन 'फ्रेंडली थी।' भारतीय टीम का स्पिन अटैक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ठीक था लेकिन बाजी मारी ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों ने जिनके आगे भारतीय टीम ज़्यादा रन स्कोर न कर पाई।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अविजित है भारतीय टीम
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा और आखरी मैच अहमदबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित किया गया है। इस मैच में भारतीय टीम स्पिन के खिलाफ अपना प्रदर्शन सुधारना चाहेंगे। पैट कम्मिंस के निजी कारणों से घर लौटने के बाद ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी स्टीव स्मिथ को थमाई गई थी। उनकी कप्तानी में भारत के खिलाफ तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन अच्छा रहा। चौथे मैच में भी ऑस्ट्रेलिया उसी टीम के साथ जाकर वही प्रदर्शन दोहराना चाहेगी।
पिछले एक दशक में इस स्टेडियम में केवल दो ही टेस्ट मैच आयोजित कराएं गए है और वे दोनों ही 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए थे। इंग्लैंड के खिलाफ यह दोनों मैच तीन दिन के अंदर समाप्त हो गए थे। दोनों मैचों में स्पिनरों का दबदबा रहा। इस पिच पर सफल खिलाड़ियों में से एक अक्षर पटेल थे जिन्होंने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों में 20 विकेट लिए थे। इन मैचों में पिच पर काफी टर्न था। दोनों टीमें चौथे मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगी।