कप्तानी ही नहीं, जल्द कीपिंग भी खो सकते हैं बड़बोले टिम पेन
टिम पेन भारत के खिलाफ लगातार दो बार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी हारने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बन गए हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया जल्द ही कोई बड़ा निर्णय ले सकती है क्योंकि यह सीरीज वह 4-0 से जीतने के सपने देख रहे थे।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज इयान हीली तो चौथे टेस्ट के एक दिन पहले ही टिम पेन की कप्तानी पर सवाल उठा चुके थे। उनका मानना था कि स्टीव स्मिथ को सैंड पेपर गेट में बहुत बड़ी सजा मिल चुकी है और उसको सब भूल चुके हैं तो क्यों न स्मिथ को फिर से कप्तान बनाया जाए।
टिम पेन को एक कप्तान के तौर पर बहुत सहूलियत मिली यहां तक की वह तीन टॉस जीते लेकिन मैच सिर्फ 1 ही जीत सके। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कप्तानी में वह लकीर के फकीर हैं। क्रिकेट के पुराने नियमों का आंख मूंद कर पालन कर रहे हैं।
उनकी कीपिंग के बारे में तो बात ही नहीं की जा सकती। सीरीज का नतीजा कुछ और हो सकता था अगर सिडनी टेस्ट में वह पंत के दो और विहारी का एक कैच पकड़ लेते । वह तो सिर्फ विकेट के पीछे अश्विन को अभद्र भाषा कह रहे थे।
यह बात तो क्रिकेट का थोड़ा बहुत ज्ञान रखने वाला बता सकता है कि अगर टिम पेन कप्तान नहीं है और विकेटकीपर भी नहीं है तो बल्लेबाज के तौर पर टेस्ट के अंतिम ग्यारह में उनकी जगह नहीं बनती। विकेटकीपिंग का काम मैथ्यू वेड कर सकते हैं जो बतौर बल्लेबाज खिलाए गए। (वेबदुनिया डेस्क)