सिडनी। एडम गिलक्रिस्ट को उम्मीद है कि विराट कोहली 2014-15 टेस्ट श्रृंखला के प्रदर्शन को दोहराने में सफल रहेंगे लेकिन उन्होंने कहा कि अगर भारत को प्रतिष्ठित बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतनी है तो अन्य बल्लेबाजों को अपने करिश्माई कप्तान का साथ देना होगा।
पहला टेस्ट एडिलेड में छह दिसंबर से शुरू होगा और कोहली ने पिछली बार इस मैदान पर खेलते हुए भारत की दिल तोड़ने वाली हार के दौरान दोनों पारियों में शतक जड़े थे।
गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि विराट कोहली 2014 (चार टेस्ट में 86.50 के औसत से 694 रन) की तरह एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करेंगे। पिछले कुछ दिनों में मैंने उसके साथ बात की है, उसका आत्मविश्वास देखा है और सिडनी में उसने जिस तरह बल्लेबाजी की उसे देखते हुए अगर वह ऐसा नहीं कर पाता है तो मुझे बेहद हैरानी होगी।’
उन्होंने कहा, ‘भारत के यह श्रृंखला जीतने के लिए हालांकि सबसे अहम उसके साथ खेलने वाले बल्लेबाज होंगे। क्या वह उसका पर्याप्त समर्थन कर पाएंगे जिससे कि भारत पर्याप्त रन बना सके और अपने अच्छे गेंदबाजी आक्रमण को रनों का बचाव करने और ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट में दो बार आउट कर पाएं।’
यह पूछने पर कि क्या ऑस्ट्रेलिया की कोहली को रोकने के लिए कोई विशेष रणनीति है, गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मैं किसी योजना के बारे में बता पाऊंगा क्योंकि मुझे नहीं पता। सर्वश्रेष्ठ यह है कि ऑस्ट्रेलिया धैर्य रखे। उन्हें अच्छा परंपरागत टेस्ट क्रिकेट खेलना होगा। उनकी सर्वश्रेष्ठ उम्मीद यही होगी कि भारत शुरुआती झटके दें और कोहली को नई गेंद से गेंदबाजी करें।’
गिलक्रिस्ट ने स्वीकार किया कि भारत प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा लेकिन साथ ही कहा कि ऑस्ट्रेलिया को अपने हालात में दबदबा बनाने में अधिक समय नहीं लगेगा।
उन्होंने कहा, ‘भारत इस टेस्ट श्रृंखला में प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा और ऐसा मुख्य रूप से इसलिए होगा क्योंकि वे अपने टीम संयोजन से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्हें बेहद अच्छी समझ है कि वह किस संयोजन के साथ खेलना चाहते हैं।’
गिलक्रिस्ट ने कहा, शायद एक या दो स्थानों के लिए दावा होगा लेकिन इसके अलावा उनकी अंतिम एकादश लगभग तय है। मुझे लगता है कि भारत के पास स्थिर टेस्ट टीम है। जबकि अगर आप ऑस्ट्रेलिया को देखो तो मुझे नहीं लगता कि उनके चयनकर्ता सुनिश्चित हैं कि वे किस क्रम या टीम संतुलन के साथ खेलना चाहते हैं। यह ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट का नया चरण है।’
गिलक्रिस्ट ने कहा कि दोनों टीमों के गेंदबाजी आक्रमण में अधिक अंतर नहीं है लेकिन यह बल्लेबाजी क्रम है जो अंतर पैदा करेगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कोई भी टीम श्रृंखला जीत सकती है। अपने हालात में आत्मविश्वास हासिल करने और श्रृंखला में दबदबा बनाने में ऑस्ट्रेलिया को अधिक समय नहीं लगेगा। हम अतीत में ऐसा होते हुए देख चुके हैं।’
सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘दोनों टीमों का गेंदबाजी आक्रमण शीर्ष स्तर का है इसलिए यह इस पर निर्भर करेगा कि कौन सा बल्लेबाज क्रम बिखरने से बच पाएगा। कोहली ने भारत के इंग्लैंड दौरे की बात की और कहा कि जब उन्होंने खराब किया तो बेहद खराब प्रदर्शन किया और इसलिए हार गए। भारत ने दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में सिर्फ टुकड़ों में अच्छी बल्लेबाजी की। वे प्रबल दावेदार हैं लेकिन उन्हें स्वयं के साथ ईमानदार होना होगा।’
गिलक्रिस्ट ने कहा कि स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की गैरमौजूदगी में श्रृंखला की चमक कुछ फीकी हो चुकी है। मार्च में दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के कारण इन दोनों को एक साल का प्रतिबंध झेलना पड़ रहा है। गिलक्रिस्ट ने कहा कि इन दोनों की कमी की भरपाई ऑस्ट्रेलिया किसी तरह से नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा, ‘स्मिथ और वॉर्नर ने पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया के रनों में बड़ा योगदान दिया है और यह बड़ा नुकसान है, इसमें कोई शक नहीं। निश्चित तौर पर उन्हें उनकी कमी खलेगी, विशेषकर स्मिथ की क्योंकि वह कोहली के स्तर का खिलाड़ी है।’ गिलक्रिस्ट ने साथ ही कहा कि कैमरन बेनक्राफ्ट के निलंबन का भी घरेलू टीम को नुकसान होगा। (भाषा)