रणजी ट्रॉफी का दूसरा चरण जब गुरुवार से शुरू होगा तो उसमें लंबे समय बाद रोहित शर्मा और ऋषभ पंत जैसे स्टार खिलाड़ी खेलते हुए नजर आएंगे।भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद सख्त रवैया अपनाते हुए किसी भी खिलाड़ी के फिट होने की स्थिति में घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य कर दिया है।
यही वजह है कि शीर्ष खिलाड़ियों ने रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए खुद को उपलब्ध रखा है। इनमें भारतीय कप्तान रोहित भी शामिल हैं जो लगभग एक दशक के बाद मौजूदा चैंपियन मुंबई की तरफ से रणजी ट्रॉफी में खेलेंगे।
पहली बार इस सत्र में रणजी ट्रॉफी को दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। इस बीच सीमित ओवरों की दो सबसे बड़ी प्रतियोगिताओं सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी एक दिवसीय टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। रणजी ट्रॉफी के पहले चरण में सभी टीमों ने पांच-पांच मैच खेले थे।
दूसरे चरण में प्रत्येक टीम दो-दो मैच खेलेगी। इन मैच में केवल टीम ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के लिए भी काफी कुछ दांव पर लगा होगा जिन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला और फिर ऑस्ट्रेलिया में खराब प्रदर्शन के बाद स्पष्ट कह दिया गया कि वे घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
स्टार बल्लेबाज विराट कोहली गर्दन में खिंचाव के कारण दिल्ली की तरफ से रणजी ट्रॉफी के अगले दौर में नहीं खेल पाएंगे लेकिन उन्होंने 30 जनवरी से शुरू होने वाले ग्रुप चरण के अंतिम दौर के मैच के लिए खुद को उपलब्ध रखा है।
रोहित हालांकि अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में मुंबई की तरफ से खेलने के लिए तैयार हैं। मुंबई को अगले मैच में जम्मू कश्मीर की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा जो अभी एलीट ग्रुप ए में दूसरे स्थान पर है। रोहित इस मैच में यशस्वी जायसवाल के साथ पारी का आगाज कर सकते हैं।
इस ग्रुप में बड़ौदा अभी शीर्ष पर काबिज है और मुंबई को रिकॉर्ड 43वीं बार चैंपियन बनने की अपनी उम्मीद को कायम रखने के लिए अगले दो मैच में दमदार प्रदर्शन करना होगा।भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित पिछली दो श्रृंखलाओं में रन बनाने के लिए जूझते रहे और ऐसे में उनका फॉर्म में लौटना भारतीय टीम की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा जिसे अगले महीने चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेना है।
राजकोट में दिल्ली का सामना दो बार के विजेता सौराष्ट्र से होगा जिसमें ऋषभ पंत का सामना राष्ट्रीय टीम के अपने साथियों रविंद्र जडेजा और चेतेश्वर पुजारा से होगा। दोनों टीम के लिए ग्रुप डी के इस मैच में जीत हासिल करना बेहद जरूरी है।
दिल्ली अभी चौथे जबकि सौराष्ट्र पांचवें स्थान पर है। तमिलनाडु और चंडीगढ़ इस ग्रुप में पहले दो स्थान पर हैं। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष पर रहने वाली दो टीम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी।
पंजाब में ग्रुप सी में पांच मैच में अभी तक केवल एक जीत हासिल की है और वह पांचवें स्थान पर है लेकिन जब उसकी टीम बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में कर्नाटक का सामना करेगी तो सभी की निगाहें भारतीय वनडे टीम के उप कप्तान शुभमन गिल पर टिकी रहेंगी।
पंजाब को इस मैच में अभिषेक शर्मा और अर्शदीप सिंह की कमी खलेगी जो इंग्लैंड के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए राष्ट्रीय टीम में शामिल हैं। दूसरी तरफ कर्नाटक को देवदत्त पडिक्कल और प्रसिद्ध कृष्णा की वापसी से मजबूती मिलेगी।
बंगाल को कल्याणी में हरियाणा के खिलाफ होने वाले मैच में तेज गेंदबाज आकाशदीप और बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन की सेवाएं नहीं मिल पाएंगी। यह दोनों खिलाड़ी चोटिल हैं। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भी राष्ट्रीय टीम का हिस्सा होने के कारण बंगाल की तरफ से नहीं खेल पाएंगे।
रणजी ट्रॉफी में पिछले साल का उपविजेता और हाल में विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में कर्नाटक से हारने वाला विदर्भ जयपुर में ग्रुप बी के मैच में राजस्थान का सामना करेगा। इस मैच में निगाहें विदर्भ के कप्तान करुण नायर पर टिकी रहेंगी जो इस समय बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं।
(भाषा)