13 में से 11 मैच गंवा चुके श्रीलंका के सामने दक्षिण अफ्रीका में साख बचाने की चुनौती
डरबन। क्रिकेट मैदान पर अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे श्रीलंका के सामने दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर विपरीत परिस्थितियों में साख बचाने की चुनौती होगी, जहां 2 टेस्ट मैचों की श्रृंखला का पहला मैच बुधवार से यहां के किंग्समीड मैदान में खेला जाएगा। इससे पहले न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में टीम के बेहद ही निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कप्तान दिनेश चांदीमल को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
टीम ने पिछले 13 में से 11 मैच गंवा दिए हैं। इस मामले में किंग्समीड का मैदान उसके लिए भाग्यशाली साबित हुआ है, जहां 2011-12 में में उसे जीत मिली है जबकि एक ड्रॉ रहा है। इस मैदान में दक्षिण अफ्रीकी टीम हालांकि अपना रिकॉर्ड सुधारना चाहेगी जिसे 2000-01 सत्र के बाद यहां खेले गए 8 में से 6 मैचों में शिकस्त झेलना पड़ी है।
डरबन की पिच को स्पिनरों के लिए मददगार माना जाता है, जहां रंगना हेरथ ने पिछली बार 9 विकेट लिए थे जबकि मुथैया मुरलीधरन ने 11 सत्र पहले यहां 10 विकेट चटकाए थे। इस बात की संभावना कम है कि दक्षिण अफ्रीका इस मैच के लिए संपूर्ण तेज गेंदबाजी आक्रमण के साथ उतरे।
बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज की अपने अपने घरेलू मैदान पर वापसी हो सकती है। श्रीलंका की कमान दिमुथ करुणारात्ने के हाथों में होगी जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में 118.66 की औसत से 365 रन बनाए थे।