कानपुर:अंग्रेजी में एक कहावत है ,One man's loss is another man's oppurtunity , इसका मतलब है कि एक व्यक्ति का नुकसान या फिर एक व्यक्ति की जगह दूसरे का फायदा बन जाती है। यह श्रेयस अय्यर के लिए कहा जा सकता है। उनको टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की करने का बेहतरीन मौका मिला क्योंकि ज्यादातर सीनियर खिलाड़ियों ने इस सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया।पहले वह न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल हुए अब कल गुरुवार को कानपुर में होने वाले पहले टेस्ट में अपना टेस्ट डेब्यू करने की मुहर भी लग चुकी है।
श्रेयस अय्यर न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पहले कानपुर टेस्ट में पदार्पण करने के लिए तैयार हैं। कप्तान अजिंक्या रहाणे ने यह पुष्टि की है हालांकि रहाणे ने यह नहीं बताया कि टीम किस बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी संयोजन के साथ उतरेगी।
सूर्यकुमार यादव या केएस भरत में से भी कोई कर सकता है डेब्यूविराट कोहली, रोहित शर्मा, लोकेश राहुल और ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में टीम की बल्लेबाज़ी इकाई थोड़ी सी कमज़ोर दिख रही है, ऐसे में टीम इंडिया एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ को जगह दे सकती है। अगर ऐसा होता है तो सूर्यकुमार यादव या केएस भरत में से कोई एक बल्लेबाज़ और पदार्पण कर सकता है।
भारत घरेलू टेस्ट मैचों में सिर्फ़ पांच बल्लेबाज़ों के साथ जाना पसंद करती है। यही कारण है कि हनुमा विहारी का टीम में चयन नहीं कर उन्हें दक्षिण अफ़्रीका के दौरे पर इंडिया ए के साथ भेजा गया। लेकिन राहुल की चोट के बादअब यह दांव उल्टा पड़ता हुआ दिख रहा है।
कप्तान रहाणे ने मैच की पूर्वसंध्या पर कहा कि उन्हें निश्चित तौर पर बड़े नामों की कमी खलेगी, लेकिन यह युवा खिलाड़ियों के लिए भी टेस्ट मैचों में ख़ुद को साबित करने का अच्छा मौक़ा है।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अय्यर का रहा कमाल का प्रदर्शनअय्यर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 52.18 के औसत और 81.54 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। वह मध्य क्रम में पुजारा और रहाणे के बाद खेलते हुए दिखाई देंगे। इससे पहले टीम प्रबंधन शुभमन गिल को मध्य क्रम में आज़माना चाहती थी, लेकिन राहुल की चोट के कारण सभी योजनाएं धरी रह गईं।
प्रसिद्ध कृष्णा को भी मिल सकता है पहला टेस्ट खेलने का मौकाश्रेयस अय्यर के अलावा सूर्यकुमार यादव और प्रसिद्ध कृष्णा अंतिम 11 में मौका मिलने पर अपने पदार्पण टेस्ट में खुद के चयन को सही साबित करने के लिये पूरा दम खम दिखायेंगे वहीं ग्रीनपार्क की पिच गेंद और बल्ले से श्रेयस अय्यर और जयंत यादव की परीक्षा लेगी।
पिछले कुछ समय से फार्म के लिये संघर्ष कर रहे कप्तान रहाणे और उप कप्तान चेतेश्वर पुजारा के पास कीवी टीम के खिलाफ स्कोरबोर्ड को चलाने का खास दायित्व होगा वहीं विकेट के पीछे का जिम्मा संभालने का जिम्मा कोच राहुल द्रविड़ अनुभवी ऋद्धिमान साहा को देते है या टेस्ट में पदार्पण करने वाले श्रीकर भरत को देते हैं, यह टीम के ऐलान पर पता चलेगा।
इशांत शर्मा के नेतृत्व में उमेश यादव, मोहम्मद सिराज अथवा प्रसिद्ध कृष्णा की धारदार गेंदबाजी दर्शकों के लिये कौतूहल का विषय होगी वहीं अनुभवी रविचंद्रन अश्विन के अलावा तेज तर्राक क्षेत्ररक्षक रवीन्द्र जडेजा, अक्षर पटेल, जयंत यादव अपनी फिरकी से कीवी टीम को परेशान कर सकते हैं।
मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से अंतिम समय में टीम से बाहर हुये लोकेश राहुल के स्थान पर मयंक अग्रवाल और शुभमन गिल की जोड़ी भारतीय टीम के लिये बल्लेबाजी की शुरूआत कर सकती है।
मात्र चार टेस्ट खेलने के बावजूद दुनिया भर में अपने प्रदर्शन की धाक जमाने वाले राइट आर्म आफ ब्रेक गेंदबाज जयंत यादव के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक खास रिकॉर्ड दर्ज है जब उन्होने नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ दिया था। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में जयंत ने 104 रनों की अहम पारी खेली थी। जयंत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अब तक एक वनडे मैच खेला है जिसमें उन्होने चार ओवर में महज आठ रन देकर मार्टिन गुप्तिल को चलता किया था।
कानपुर के ग्रीन पार्क की पिच पर उनको भी मौका मिल सकता है क्योंकि 3 स्पिनर खिलाने में कप्तान और कोच को कोई समस्य नहीं हो सकती।