संजू सैमसन को मिली संजीवनी, श्रीलंका के खिलाफ हुए T20I टीम में शामिल
विकेटकीपर संजू सैमसन के फैंस पिछले कुछ समय से खासे नाराज थे। नाराजगी की वजह थी विकेटकीपर बल्लेबाज को टीम में शामिल नहीं करना। चयनकर्ता लगातार ऋषभ पंत को मौका दे रहे थे और उन्हें नजर अंदाज कर रहे थे। संजू सैमसन को अंतत श्रीलंका से होने वाली टी-20 सीरीज में मौका मिल गया है। हालांकि वनडे टीम में उनको जगह नहीं मिली है। लेकिन इतना ही इनके फैन क्लब के लिए खुशी की बात है।
7 साल पहले हुआ था डेब्यू फिर भी खेले हैं मुट्ठी भर मैच
किशोरावस्था में ही अपने प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरने वाले सैमसन ने 2015 में जिंबाब्वे के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया लेकिन तब से केरल के इस क्रिकेटर ने अब तक सिर्फ 11 वनडे और 16 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले ही खेले हैं।
सैमसन को अंतत: हाल में आयरलैंड, वेस्टइंडीज और जिंबाब्वे के दौरे पर जाने वाली दूसरे दर्जे की भारतीय टीम में जगह मिली इस कारण टी-20 की संख्या दोहरे अंक में गई, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में शामिल होने के कारण वनडे की संख्या भी इस ही साल दोहरे अंक में पहुंची। वहीं पिछले साल श्रीलंका से खेले गए 3 वनडे और टी-20 भी इसमें शामिल हैं।
टीम इंडिया में विकेटकीपरों की भरमार के कारण बाहर बैठते रहे संजू
यूएई में हुए एशिया कप 2022 में एक बार फिर नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत के लिए उन्हें जगह खाली की थी। ऋषभ पंत एक ऐसे विकेटकीपर हैं जो 3 से 4 बार टीम इंडिया को हार से जीत की दहलीज पर ले गए हैं। उनको हटाकर टीम संजू सैमसन को नहीं ले सकती थी लेकिन बुरे फॉर्म से गुजर रहे केएल राहुल की जगह संजू सैमसन को खिलाया जा सकता था।
इसके साथ ही दिनेश कार्तिक एक फिनिशर बन चुके थे जो अंत में आकर टीम को नाजुक स्थिति में भी मैच जिताते थे। आईपीएल में राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन सलामी बल्लेबाजी करते थे जहां एक से एक दावेदार थे। यही कारण था कि उनको सिर्फ दूसरे दर्जे की टीम इंडिया में ही मौका मिल पाता था।
लेकिन अब ऋषभ पंत के बुरे फॉर्म से त्रस्त होकर चयनकर्ताओं ने उनका रुख किया है। फॉर्म तो केएल राहुल का भी कुछ खास नहीं है लेकिन उनको वनडे में मौका देकर चयनकर्ता थोड़ी नरमी बरत रहे हैं। साथ ही दिनेश कार्तिक का करियर अब लगभग खत्म हो गया है। यह कहा जा सकता है कि अब संजू सैमसन के लिए स्थिति बेहतर हो गई है और उनको लगातार मौके मिलने की उम्मीद है।
हालांकि बल्लेबाजी क्रम में सलामी बल्लेबाजी उन्हें शायद ही मिले क्योंकि वहा स्थिति समान है। संजू सैमसन को एक फिनिशर के रूप में ही खुद को साबित करना होगा।