मुंबई: भारत के नए वनडे कप्तान रोहित शर्मा चोट की वजह से दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज़ से बाहर हो गए हैं। रोहित के बाहर होने के बाद उनकी जगह गुजरात के बल्लेबाज़ प्रियांक पांचाल को शामिल किया गया है जिन्होंने हाल में दक्षिण अफ्रीका में तीन मैचों की सीरीज में भारत ए की कप्तानी की थी। बीसीसीआई ने उन्हें इस संबंध में जानकारी भी दे दी है। उपकप्तान के लिए तुरंत कोई फैसला नहीं किया गया है।
रोहित को यह चोट मुंबई में क्वारंटीन में जाने से पहले नेट सत्र में लगी है। यहीं से भारतीय टीम अगले सप्ताह दक्षिण अफ़्रीका के लिए रवाना होगी। रोहित के टीम में नहीं होने से भारतीय टीम की टेस्ट तैयारियों को भी धक्का लगेगा क्योंकि वह 2021 में उनके सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ हैं। कम से कम 10 पारियों में खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज़ों में रोहित और ऋषभ पंत ही हैं जिनका औसत 40 से ज़्यादा का रहा है।
यह पता चला है कि रोहित पिछले एक सप्ताह से मुंबई में बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स में अभ्यास कर रहे थे। उन्हें इन्ही अभ्यास सत्रों के दौरान चोट लगी। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए उपलब्ध होंगे या नहीं जिसके लिए उन्हें नया कप्तान बनाया गया था। यदि उनकी चोट गंभीर होती है तो वह वनडे सीरीज से भी बाहर हो सकते हैं।
रोहित ने रविवार को अभ्यास सत्र के दौरान सपोर्ट स्टाफ को दर्द के बारे में शिकायत की थी, जब उन्होंने बीसीसीआई टीवी से एक साक्षात्कार पर सीमित ओवर की कप्तानी के बारे में बात की थी। समझा जाता है कि राेहित के आज कई टेस्ट किए गए, जिसमें चोट की गंभीरता के बारे में पता चला।
इसके चलते रोहित ने मुंबई के होटल में चैक इन नहीं किया, जहां दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने वाली टीम के सदस्य क्वारंटीन में हैं। सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई ने उन खिलाड़ियों के लिए बायो-बबल प्रोटोकॉल में छूट दी है जो अपने परिवारों के साथ यात्रा करेंगे और जो पहले से ही मुंबई में रह रहे हैं। इन खिलाड़ियों को घर पर क्वारंटीन में रहने के लिए कहा गया है। टेस्ट कप्तान विराट कोहली भी होटल नहीं पहुंचे हैं।
रोहित हाल में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से बाहर रहे थे। वह अब 26 दिसम्बर से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में भी हिस्सा नहीं ले पाएंगे। टीम को 16 दिसम्बर को दक्षिण अफ्रीका रवाना होना है।
यह 2019 में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ थी, जहां से रोहित ने टेस्ट में ओपनिंग करना शुरू किया था, तब से उन्होंने भारत की कई मैचों में जीत में अहम योगदान दिया है, जिसमें द ओवल में खेले अपने पिछले टेस्ट में रोहित को प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुने गए थे। यह भी देखना होगा कि चयनकर्ता क्या वापस अजिंक्या रहाणे को टेस्ट उप कप्तान बनाते हैं या किसी और को विराट कोहली का डिप्टी बनाते हैं।
वहीं यह पांचाल का टेस्ट टीम में पहली बार बुलावा नहीं है। इससे पहले इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घर में खेली गई चार टेस्ट मैचों की सीरीज़ में भी वह टीम का हिस्सा थे। 31 वर्ष के पांचाल घरेलू क्रिकेट में गुजरात का नेतृत्व करते हैं और वह अभिमन्यु ईश्वरन के साथ भारत के रिज़र्व ओपनरों में से एक रहे हैं।
आम क्रिकेट प्रेमियों के बीच में भले ही पांचाल ज़्यादा जाना पहचाना चेहरा नहीं हों, लेकिन वह पिछले कई वर्षों से इंडिया ए के लिए लगातार खेले हैं। पांचाल के पास 100 प्रथम श्रेणी मैचों का अनुभव है और हाल ही में वह इंडिया ए के साउथ अफ़्रीका दौरे पर भी गए थे। उन्होंने वहां पर तीन चार दिवसीय मैचों में से दो में कप्तानी भी की थी। उन्होंने वहां पर अपनी तीन पारियों में 96, 24 और 0 का स्कोर किया था।
पार्थिव पटेल के बाद से पिछले दो सालों में पांचाल ने गुजरात के घरेलू क्रिकेट का शानदार नेतृत्व किया है। इस दौरान वह इंडिया ए में भी लगातार खेले। एमएसके प्रसाद की कमेटी ने उन्हें ओपनर के तौर पर एक विकल्प के तौर पर रखना शुरू किया था। पंचाल का करियर 2016-17 रणजी सत्र से सरपट दौड़ा है, जहां पर उन्होंने 17 पारियों में 87.33 के औसत से 1310 रन बनाए थे। उनका प्रथम श्रेणी करियर में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 314 है, जो उन्होंने उसी सत्र में पंजाब के ख़िलाफ़ बनाया था। यही वजह थी कि गुजरात उस वर्ष पहला रणजी खिताब भी जीतने में क़ामयाब रही।
(वार्ता)