शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. टी-20 विश्व कप 2021
  3. टी-20 विश्व कप न्यूज
  4. Ravi Shastri arrives in Dubai for his last assignment as coach
Written By
Last Updated : गुरुवार, 7 अक्टूबर 2021 (21:44 IST)

बतौर कोच अपने आखिरी टूर्नामेंट के लिए रवि शास्त्री पहुंचे दुबई, टी-20 विश्वकप के अन्य कोच 7 को होंगे रवाना

बतौर कोच अपने आखिरी टूर्नामेंट के लिए रवि शास्त्री पहुंचे दुबई, टी-20 विश्वकप के अन्य कोच 7 को होंगे रवाना - Ravi Shastri arrives in Dubai for his last assignment as coach
नई दिल्ली:आईसीसी टी-20 विश्व कप के लिए यूएई जाने को लेकर कार्यक्रम में बदलाव के तहत भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री दुबई पहुंच गए हैं।

समझा जाता है कि वह अपने किसी निजी काम के चलते निर्धारित तिथि से पहले ही दुबई पहुंचे हैं। उन्हें पहले बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर के साथ आठ अक्टूबर को दुबई के लिए रवाना होना था।

ये तीनों कोच अब सात अक्टूबर को यूएई के लिए रवाना होंगे और यहां पहुंचने पर छह दिन के क्वारंटीन में रहेंगे और 13 अक्टूबर से काम करना शुरू करेंगे, तब आईपीएल खेल रहे अधिकतर भारतीय खिलाड़ी भी विश्व कप से पहले की दिनचर्या के लिए फ्री हो जाएंगे।

शास्त्री का मुख्य कोच के रूप में कार्यकाल 2017 में शुरू हुआ था। इसके बाद उन्हें 2019 में फिर से इस पद पर नियुक्त कर दिया गया था। टी20 विश्व कप 17 अक्टूबर से यूएई में खेला जाएगा।

शास्त्री के कार्यकाल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में टी20 श्रृंखलाओं में भी जीत दर्ज की।

ऐसा रहा क्रिकट करियर

टेस्ट मैचों में रवि शास्त्री अपने बेहद धीमे खेल के लिए प्रसिद्ध थे हालांकि यह हैरानी की बात है कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके ही नाम पर 6 छक्कों का रिकॉर्ड है। साल 1981 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले रवि शास्त्री ने टेस्ट मैचों में 35 की औसत से 3830 रन बनाए इसमें 11 शतक और 12 अर्धशतक शामिल थे।

वहीं वनडे मैचों में उन्हें 3108 रन बनाए जिसमें 4 शतक और 18 अर्धशतक शामिल थे। उन्होंने अपने करियर का अंत साल 1992 में किया। यही नहीं उन्होंने गेंदबाजी में भी अपने हाथ दिखाए थे। टेस्ट मैचों में उन्होंने 151 विकेट लिए हैं और वनडे मैचों में 129। साल 1992 में उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया।