केरल के अजहरूद्दीन आईपीएल नीलामी को लेकर चिंतित नहीं, अपने खेल का उठा रहे हैं लुत्फ...
चेन्नई। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी20 टूर्नामेंट में मुंबई के खिलाफ 37 गेंद में शतकीय पारी खेलकर सुर्खियां बटोरने वाले केरल के बल्लेबाज मोहम्मद अजहरूद्दीन ने कहा कि वह अपने खेल का लुत्फ उठा रहे हैं, लेकिन अगले महीने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की खिलाड़ियों की नीलामी के बारे में नहीं सोच रहे हैं।
केरल के लिए 2015 में पदार्पण करने वाले इस खिलाड़ी से जब अगले महीने होने वाली आईपीएल नीलामी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह उसे लेकर चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं अच्छे लय में हूं। मैं आईपीएल नीलामी या किसी और चीज को लेकर चिंतित नहीं हूं। मेरा ध्यान आंध्र के खिलाफ होने वाले अगले मैच पर है।केरल के इस विकेटकीपर बल्लेबाज की यह पारी किसी भारतीय द्वारा टी20 में खेली गई तीसरी सबसे तेज शतकीय पारी है।
इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने कोई खास तैयारी नहीं की थी। उन्होंने कहा कि पूर्व कोच डेव वाटमोर ने उन्हें बल्लेबाजी क्रम में नीचे कर दिया था जिससे उनका खेल प्रभावित हुआ।
अजहरूद्दीन ने कहा, मैं सलामी बल्लेबाज हूं, जब डेव वाटमोर कोच बने तो उन्होंने मुझे मध्यक्रम का बल्लेबाज बना दिया। टीम की जरूरत के मुताबिक मुझे बल्लेबाजी के लिए निचले क्रम में आना पड़ा, जो मेरे लिए ठीक नहीं था। मैंने मौजूदा कोच (टीनू योहानन) से पारी का आगाज करने देने की गुजारिश की।
उन्होंने कहा, मैं सीधा खेलना चाहता हूं। तेज और स्पिन गेंदबाज के खिलाफ गेंद को स्ट्रेट में मारना मेरी एक ताकत है। मुंबई के खिलाफ विकेट अच्छी थी और आत्मविश्वास के साथ खेला। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य आईपीएल खेलना और रणजी ट्रॉफी में शतक बनाना है।
अजहरूद्दीन ने कहा, इस साल तो नहीं। लेकिन मेरा कुछ लक्ष्य जरूर है, मै आईपीएल खेलना चाहता हूं और रणजी ट्रॉफी में कुछ शतक लगाना चाहता हूं। केरल के इस खिलाड़ी से भारत के पूर्व कप्तान और हैदराबाद के दिग्गज बल्लेबाज मोहम्मद अजहरूद्दीन का अनुकरण करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा उनके क्रिकेट करियर का फैसला उनके बड़े भाई कमरूद्दीन ने किया।
उन्होंने कहा, मैं दो-तीन बार उनसे मिला हूं। एक बार अपने गृहनगर में और दूसरी बार हैदराबाद में रणजी मैच खेलते समय जब वह घरेलू टीम के कोच थे। मैंने उन्हें मोहम्मद अजहरूद्दीन सर को बताया कि उनसे प्रेरित होकर मेरा नाम रखा गया था।(भाषा)