घरेलू टेस्ट श्रृंखला में भारतीयों पर छींटाकशी करने से बच सकते हैं मैथ्यू वेड
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने मंगलवार को कहा कि भारत के खिलाफ इस साल के आखिर में होने वाली घरेलू टेस्ट श्रृंखला के दौरान वह छींटाकशी से दूर रह सकते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि विराट कोहली और टीम इसका उपयोग फायदे के तौर पर करती है।
वेड इससे पहले अपने विरोधियों पर कड़ी टिप्पणियां करते रहे हैं। विशेषकर भारत के खिलाफ 2017 की वनडे श्रृंखला और पिछले साल की एशेज श्रृंखला के दौरान उन्होंने ऐसा किया था। लेकिन इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि वह भारतीय खिलाड़ियों के साथ शाब्दिक जंग में नहीं उलझना चाहते हैं क्योंकि इससे उनको बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
वेड ने वीडियो कान्फ्रेन्स के जरिये पत्रकारों से कहा, ‘वह बेहद कड़ी टीम है। वे इसका (छींटाकशी) उपयोग अपने फायदे के लिए करते हैं। विराट जिस तरह से अपने शब्दों का चयन करता है या हावभाव दिखाता उससे लग जाता है कि बहुत चालाक है। इसलिए वे इसे अब फायदे के लिए उपयोग करते है। ईमानदारी से कहूं तो मैं इसमें (छींटाकशी) ज्यादा शामिल नहीं होना चाहता।’
उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं कि इससे उनका उत्साह बढ़ता है। वे अभी दुनिया में किसी भी अन्य टीम की तुलना में इसका बेहतरी के लिये इस्तेमाल करते हैं इसलिए मैं इस बार इससे दूर रह सकता हूं।’ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला का पहला मैच तीन दिसंबर से ब्रिस्बेन के गाबा में शुरू होगा। इसके बाद के मैच एडिलेड ओवल (11 से 15 दिसंबर), मेलबर्न (26 से 30 दिसंबर) और सिडनी (तीन से सात जनवरी) में खेले जाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 32 टेस्ट, 94 वनडे और 29 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले वेड ने कहा कि भारत कड़ा प्रतिद्वंद्वी है जिसके बाद अच्छे क्षेत्ररक्षक भी हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं भाग्यशाली रहा हूं कि मैं उनके खिलाफ भारत में खेला हूं लेकिन मुझे कभी उनके खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलने का मौका नहीं मिला। भारत में उनसे दो बार खेला हूं जो कि चुनौतीपूर्ण है। वह बेहद कड़ी टीम है।’
वेड ने कहा, ‘वे आपको कड़ी चुनौती देते हैं। उनके क्षेत्ररक्षक सतर्क रहते हैं जो पहले भारत का कमजोर पक्ष होता था। उनके पास अच्छे तेज गेंदबाज भी हैं जो पिछले चार पांच साल से टीम से जुड़े हैं। इसलिए भारत के खिलाफ आस्ट्रेलिया में खेलना दिलचस्प होगा। तेजी गेंदबाजी उनका मुख्य अस्त्र होगा। यह शानदार चुनौती होगी।’ (भाषा)