Ranji Trophy Final के दूसरे दिन मध्यप्रदेश के बल्लेबाजों के जवाबी हमले ने मैच को बनाया रोमांचक
बेंगलुरु: सरफ़राज़ ख़ान (134) के शतक की बदौलत मुंबई के 374 रन बनाने के बाद मध्य प्रदेश ने गुरुवार को रणजी ट्रॉफी फाइनल के दूसरे दिन के अंत तक एक विकेट के नुकसान पर 123 रन बना लिये।
मुंबई के लिये दूसरे दिन 248/5 से शुरुआत करते हुए सरफ़राज़ ने मध्य प्रदेश को सरफ़राज़ शो दिखाया। एक तरफ़ जहां मुंबई के अन्य बल्लेबाज़ एमपी की फिरकी के आगे बेअसर नज़र आये, सरफ़राज़ ने मोर्चा संभालते हुए रणजी के इस सत्र का चौथा शतक जड़ा। सरफ़राज़ ने 243 गेंदें खेलकर 13 चौकों और दो छक्कों की मदद से 134 रन बनाये। सरफ़राज़ के अलावा शम्स मुलानी ने 12, तनुष कोटियान ने 15, तुषार देशपांडे ने छह और मोहित अवस्थी ने सात रन बनाये।
मध्य प्रदेश की ओर से सबसे सफ़ल गेंदबाज़ गौरव यादव रहे जिन्होंने 35.4 ओवर में 106 रन देकर सरफ़राज़ खान के बहुमूल्य विकेट सहित चार विकेट झटके। इसके अलावा अनुभव अग्रवाल ने तीन, सारांश जैन ने दो और कुमार कार्तिकेय ने एक विकेट लिया।
मुंबई के 374 रन का जवाब देने उतरी मध्य प्रदेश को हिमांशु मंत्री और यश दूबे ने अच्छी शुरुआत दिलायी। दोनों के बीच 47 रन की साझेदारी हुई। शुरुआती ओवरों में दोनों बल्लेबाज़ों ने अपना समय लिया, लेकिन इस सीज़न के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज शम्स मुलानी के आते ही हिमांशु ने अपने हाथ खोले। हिमांशु ने मुलानी के दूसरे ओवर में दो छक्के जड़कर पारी का गियर बदला। मुलानी ने दिन के अपने 11 ओवर में 46 रन दिये।
हिमांशु 49 गेंदों में तीन चौकों और दो छक्कों सहित 31 रन बनाकर लय में दिख रहे थे मगर तुषार देशपांडे ने उन्हें एलबीडब्ल्यू कर मुंबई को पहली सफ़लता दिलायी। तीसरे नंबर पर आये शुभम शर्मा ने सलामी बल्लेबाज़ यश दूबे के साथ 76 रन की साझेदारी कर ली है। दिन का खेल समाप्त होने तक मध्य प्रदेश ने 123/1 रन बना लिये हैं। यश 131 गेंदों पर 44 रन (छह चौके) बनाकर खेल रहे हैं जबकि शुभम ने 65 गेंदों पर 41 रन (छह चौके) बना लिये हैं।
पहले सत्र में सरफ़राज़ शो के बाद जहां मध्य प्रदेश पिछड़ी हुई लग रही थी, वहीं उन्होंने सूझ-बूझ के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए दूसरे दिन सिर्फ एक विकेट गंवाया। दूसरे दिन के अंत तक मध्य प्रदेश 251 रन से पिछड़ी हुई है, मगर उनके पास नौ विकेट भी बाकी हैं, जो मुंबई के लिये चिंता का विषय है।
चिंता का विषय इस कारण भी है क्योंकि अगर मध्यप्रदेश ने मुंबई पर 1 रन की भी बढ़त ले ली और मैच ड्रॉ हुआ तो मध्यप्रदेश पहली बार रणजी ट्रॉफी की विजेता बन सकती है।हालांकि इस टेस्ट में अभी बहुत कुछ देखना बाकी है।उम्मीद है अगले तीन दिन दोनों ही राज्यों के क्रिकेट फैंस की धड़कने ऊपर नीचे होती रहेंगी।