शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. leg spinner Yjuvendra Chahal, Mahendra Singh Dhoni, IPL 9
Written By
Last Updated :नई दिल्ली , बुधवार, 1 जून 2016 (20:07 IST)

धोनी सर की कप्तानी में खेलने को लेकर रोमांचित हूं : युजवेंद्र चहल

धोनी सर की कप्तानी में खेलने को लेकर रोमांचित हूं : युजवेंद्र चहल - leg spinner Yjuvendra Chahal, Mahendra Singh Dhoni, IPL 9
नई दिल्ली। आईपीएल-9 में जबरदस्त प्रदर्शन कर सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल जिम्बाब्वे दौरे को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उनका कहना है कि वे धोनी सर की कप्तानी में खेलने को लेकर बेताब हैं।
चहल ने बुधवार को खास बातचीत में कहा कि जिम्बाब्वे मेरा पहला विदेशी दौरा होगा। मैं पहली बार भारत की ओर से खेलने जा रहा हूं। मेरे लिए यह बड़े सम्मान और गर्व की बात है कि मुझे देश की टीम में चुना गया है। 
 
आईपीएल-9 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेलने हुए 21 विकेट लेने वाले चहल ने कहा कि मैं इस बात को लेकर कतई ही दबाव में नहीं हूं कि मुझे जिम्बाब्वे में खेलने का मौका मिलेगा या नहीं?
 
इतना जरूर है कि इस दौरे में मुझे सीखने को बहुत कुछ मिलेगा। मैं धोनी सर की कप्तानी में खेलने को लेकर रोमांचित हूं। महेंद्र सिंह धोनी बहुत बड़े कप्तान हैं और आप उनसे हमेशा कुछ न कुछ सीख सकते हैं। 
 
आईपीएल के अपने प्रदर्शन के लिए हरियाणा के इस युवा गेंदबाज ने कहा कि मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा, इस बात की मुझे खुशी है और हमारी बेंगलुरु टीम फाइनल तक भी पहुंची। मुझे इस बात का दुख है कि हम खिताब के नजदीक आकर खिताब नहीं जीत सके जबकि हमारी टीम और कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन शानदार रहा था।
 
अपनी गेंदबाजी के लिए इस युवा लेग स्पिनर ने कहा कि मैं गेंद को फ्लाइट करने से हिचकिचाता नहीं हूं और परिस्थिति के हिसाब से ही गेंदबाजी करता हूं। अपनी गेंदों में मैं गुगली और फ्लाइडर का इस्तेमाल करता हूं और साथ ही गेंदों की गति में विविधता लाने का मेरा पूरा प्रयास रहता है।
 
उल्लेखनीय है कि चहल आईपीएल-9 में पर्पल कैप हासिल करने वाले मध्यम तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के 23 विकेटों से सिर्फ 2 कदम पीछे रह गए थे, लेकिन टूर्नामेंट में तमाम दिग्गज स्पिनरों में उन्होंने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। 
 
अपने कप्तान विराट कोहली की तारीफ करते हुए चहल ने कहा कि वे हमेशा मेरा उत्साह बढ़ाते रहे हैं। उनका साफ कहना था कि छक्का खा लो लेकिन बल्लेबाज से डरो मत। उनका रुख हमेशा सकरात्मक रहता था और वे खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहित करते रहते थे।
 
विराट को एक अलग और विशिष्ट स्तर का बल्लेबाज बताते हुए चहल ने कहा कि वे गेल के साथ ओपनिंग करते हैं और उनकी बल्लेबाजी में एक अलग ही स्तर दिखाई देता है। जब तक वे क्रीज पर खड़े रहते हैं तो हमें लगता है कि हम मैच जीत जाएंगे। फाइनल में भी वे यदि कुछ और टिक जाते तो हम खिताब जीत सकते थे।
 
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वार्न को अपना आदर्श मानने वाले चहल ने कहा कि वे वार्न के दृष्टिकोण से बेहद प्रभावित हैं। वे जिस तरह अपनी गेंदों में विविधता लाते हैं वह निश्चित रूप से कमाल की बात है।
 
चहल ने साथ ही कहा कि मैं भी अपनी गेंदबाजी में वार्न की तरह विविधता लाकर बेहतर गेंदबाज बनना चाहता हूं। आईपीएल को युवा खिलाड़ियों के लिए एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म बताते हुए चहल ने कहा कि आपको दुनिया के लीजेंड खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलता है, जहां आप अपना कौशल दिखा सकते हैं और दुनिया को प्रभावित कर सकते हैं।
 
वर्ष 2000 में अंडर-14 से अपना क्रिकेट करियर शुरू करने वाले चहल ने 2009 में रणजी में पदार्पण किया था और वे पिछले 6-7 वर्ष से हरियाणा की रणजी टीम में खेल रहे हैं। आईपीएल में वे बेंगलुरु टीम के साथ 3 साल से खेले हैं। अपनी सफलता का श्रेय कोच रणधीर सिंह को देते हुए चहल ने कहा कि मेरे कोच हमेशा कहते थे कि तुम इंडिया के लिए खेलोगे।
 
उन्होंने कहा कि कोच का बार-बार यह कहना था कि मेरे अंदर देश के लिए खेलने की संभावनाएं हैं। मुझे अपना दृष्टिकोण सकारात्मक रखना है। दिलचस्प बात है कि चहल और उनके कोच रणधीर दिल्ली के जंगपुरा में एक ही अपार्टमेंट में रहते हैं और चहल को जब भी मौका मिलता है, वे अपने कोच से सलाह-मशविरा करते हैं।
 
चहल ने कहा कि मौका मिलने पर मैं मनिंदर सर की भी सलाह लेता हूं और ऑफ सीजन में हीरवानी सर से गेंदबाजी में सुधार लाने के लिए बात करता हूं। हरियाणा क्रिकेट संघ के सचिव अनिरुद्ध चौधरी ने भी लगातार मेरा मार्गदर्शन किया है।
 
भारतीय टीम में अपने चयन पर अपने माता-पिता की प्रतिक्रिया के बारे में पूछने पर चहल ने कहा कि मेरे पिता केके चहल एक एडवोकेट हैं लेकिन उन्होंने हमेशा मुझे क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। जब उन्हें पता चला कि मेरा टीम इंडिया में चयन हुआ है तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। उस समय मैं बेंगलुरु में था और तब मैंने फोन पर उनसे बात की थी। (वार्ता)