इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहले वनडे में छह विकेट चटकाने वाले भारतीय तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह वनडे रैंकिंग में नंबर एक गेंदबाज़ बन गए हैं। इस प्रदर्शन के बाद बुमराह ने पांच स्थान की चढ़ाई की है और छठे से शीर्ष स्थान पर आ गए हैं। उन्होंने ट्रेंट बोल्ट और शाहीन शाह अफ़रीदी को पछाड़ा जो अब क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
बुमराह ने नई गेंद के साथ जॉस बटलर, जो रूट, जेसन रॉय और लियम लिविंगस्टन जैसे बल्लेबाज़ों के विकेट लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया था कि वह वर्तमान समय में सभी फ़ॉर्मेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ हैं।
जसप्रीत बुमराह ऐसे चौथे भारतीय गेंदबाज बने हैं जिसने वनडे रैंकिंग में पहला स्थान प्राप्त किया हो। इससे पहले मनिंदर सिंह, अनिल कुंबले और रविंद्र जड़ेजा ने भी यह कारनामा किया था। अतीत में टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में भी शीर्ष पर रह चुके और अभी टेस्ट रैंकिंग में करियर के सर्वश्रेष्ठ तीसरे स्थान पर मौजूद बुमराह पूर्व कप्तान कपिल देव के बाद एकदिवसीय रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज हैं।
हालांकि इससे पहले भी जसप्रीत बुमराह वनडे के नंबर 1 गेंदबाज रह चुके हैं। फरवरी 2020 में उनको न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के गेंदबाज ट्रैंट बोल्ट ने पहले स्थान से अपदस्थ कर दिया था।उस वक्त कुल 730 दिनों तक नंबर 1 एकदिवसीय गेंदबाज रहने का रिकॉर्ड जसप्रीत बुमराह ने बनाया था।वह इतिहास में सबसे अधिक समय तक शीर्ष पर रहने वाले गेंदबाजों की सूची में नौवें स्थान पर हैं।
आलोचना से कम निराश और तारीफ से कम खुश होते हैं बुमराह
जसप्रीत बुमराह रेसलर होते तो वह रिऐलिटी युग के सुपरस्टार होते। जब वह अच्छा करते या उनका दिन अच्छा होता तो लोग बुमराह की तारीफ़ें करते लेकिन बुमराह को इससे बहुत अधिक फ़र्क नहीं पड़ता। वह अपने आप में स्थिर रहते और सवालों का जवाब देते वक़्त उनके शब्दों का चयन वास्तविकता के बहुत क़रीब होता। और जब उनका दिन अच्छा नहीं होता या जिस दिन वह अच्छा नहीं करते तो वह अपने आप से बहुत अधिक निराश भी नहीं होते।
पिछले सोमवार और मंगलवार को ही बुमराह की अगुआई वाली तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण की इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने ख़ूब धुलाई की थी और वे 377 रन के लक्ष्य को बचाने के कहीं से भी क़रीब नहीं थे। बुमराह ने इस पारी में 4.35 की रन रेट से रन दिए थे। एक हफ़्ते के बाद लगभग उन्हीं बल्लेबाज़ों के सामने बुमराह ने सात ओवर में छह विकेट ले डाले। इस मैच के दौरान उनकी स्विंग हतप्रभ कर देने वाली थी, इसके अलावा उन्हें पिच से भी सीम मूवमेंट मिल रहा था। लेकिन उन्होंने कुछ ज़्यादा अलग नहीं किया था।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान बुमराह ने कहा, ''यही तो क्रिकेट की सुंदरता है। एक दिन सभी चीज़ें आपके पक्ष में जाती हैं, दूसरे दिन बहुत अधिक प्रयास करने के बाद भी आपको कुछ नहीं मिलता है। लेकिन तभी आपको स्थिर होने की ज़रूरत होती है। हर दिन एक नया दिन होता है। कई दिनों में आपको पहली ही गेंद पर बाहरी किनारा मिल जाता है तो कई दिन आप अच्छी गेंदबाज़ी करने के बाद भी किनारा ढूंढ़ते रह जाते हैं।
लेकिन इन सबसे आपको प्रभावित होने की ज़रूरत नहीं होती है। मैं हमेशा एक जैसी तैयारी करता हूं और जो मेरे नियंत्रण में नहीं है उसके बारे में अधिक नहीं सोचता हूं। इसके बाद जो भी परिणाम आता है, मैं उसे स्वीकार करता हूं और आगे बढ़ जाता हूं।''
क्या यह आपकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी थी? इस सवाल के जवाब में बुमराह ने कहा, ''मैं अपनी गेंदबाज़ी को जज नहीं करता हूं और ना ही परिणाम की उतनी चिंता करता हूं। कई बार ऐसा हुआ होगा जब मैंने आज से अच्छी गेंदबाज़ी की हो लेकिन विकेट नहीं मिला हो, लेकिन मैं एक ही रूटीन और प्रोसेस फ़ॉलो करता हूं। हां, आज मुझे सफ़ेद गेंद से स्विंग और सीम दोनों मिल रही थी और मैं उसका फ़ायदा उठाना चाहता था। इस बारे में मैंने शमी भाई से भी बात की और यह निर्णय लिया कि हम गेंद को थोड़ा आगे डालेंगे ताकि स्विंग का लाभ उठाया जा सके। यह अच्छा दिन था कि हमें विकेट मिला।''
क्रिकेट कॉमेंटेटर नासिर हुसैन ने बुमराह को हालिया समय में तीनों फ़ॉर्मेट का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ बताया है। लेकिन बुमराह इससे भी अधिक प्रभावित नहीं हैं। उन्होंने कहा, ''मैं इन सब चीज़ों पर ध्यान नहीं देता। आज अच्छा दिन था तो लोग तारीफ़ कर रहे हैं। ना मैं इससे बहुत अधिक ख़ुश होता हूं और ना ही आलोचना होने पर निराश हो जाता हूं।
मैं सभी फ़ॉर्मेट में खेलने का मज़ा लेता हूं और वह करने की कोशिश करता हूं जो मैं कर सकता हूं। जो लोग मेरे बारे में कुछ कहते हैं, उसका मैं सम्मान करता हूं लेकिन उसे अधिक गंभीरता से नहीं लेता हूं। मैं उन सबका आभारी हूं, जिन्होंने मेरी प्रशंसा की है लेकिन मैं हमेशा स्थिर दिमाग़ लेकर चलता हूं। यही मेरा प्रॉसेस है।''