गुरुवार, 28 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. 'गुलाबी गेंद' से भी भारतीय तेज गेंदबाजों ने दिखाया जलवा, बांग्लादेश को 106 रन पर समेटा
Written By
Last Modified: शुक्रवार, 22 नवंबर 2019 (23:05 IST)

'गुलाबी गेंद' से भी भारतीय तेज गेंदबाजों ने दिखाया जलवा, बांग्लादेश को 106 रन पर समेटा

India-Bangladesh test match | 'गुलाबी गेंद' से भी भारतीय तेज गेंदबाजों ने दिखाया जलवा, बांग्लादेश को 106 रन पर समेटा
कोलकाता। ईशांत शर्मा की अगुवाई में भारतीय तेज गेंदबाजों ने गुलाबी गेंद से भी घातक गेंदबाजी का शानदार प्रदर्शन करके बांग्लादेश को दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन शुक्रवार को यहां 106 रन पर ढेर कर दिया जिससे विराट कोहली की टीम ने शुरू में ही मैच पर शिकंजा कस दिया। पहले टेस्ट को तीन दिन के अंदर पारी के अंतर से जीतने वाले भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट 174 रन बनाए हैं और उसकी बढ़त 68 रन की हो गई है।

भारतीय सलामी बल्लेबाज भी ज्यादा देर तक नहीं टिक पाए, लेकिन ईडन गार्डन पर गेंदबाजों के प्रदर्शन से उत्साहित लगभग 60 हजार दर्शकों को चेतेश्वर पुजारा (55) और विराट कोहली (नाबाद 59 रन) ने निराश नहीं होने दिया। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 94 रन की साझेदारी की। स्टंप उखड़ने के समय कोहली के साथ दूसरे छोर पर अजिंक्य रहाणे 23 रन बनाकर डटे थे।

ईशांत(12 ओवर में 22 रन देकर पांच विकेट) ने पिछले 12 वर्षों में पहली बार भारतीय सरजमीं पर पारी में 5 विकेट लिए। उमेश यादव ने अपनी तेजी से बांग्लादेशी बल्लेबाजों को परेशान करके 7 ओवर में 29 रन देकर 3 विकेट लिए जबकि मोहम्मद शमी ने घातक गेंदबाजी की और 36 रन देकर 2 विकेट लिए। शमी के दो खतरनाक बाउंसर से लिट्टन दास (24 रिटायर्ड हर्ट) और नईम हसन को सिर में चोट लगने के कारण बाहर होना पड़ा और उनकी जगह स्थानापन्न खिलाड़ियों ने ली।

बांग्लादेश की पहली पारी केवल 30.3 ओवर तक चली। उसके केवल 3 बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। लिट्टन के अलावा शादमान इस्लाम ने 29 और नईम हसन ने 19 रन बनाए। विशेषज्ञ स्पिनर रवींद्र जडेजा ने केवल 1 ओवर किया जबकि एक अन्य स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक भी ओवर नहीं किया। भारत के दिन-रात्रि टेस्ट मैच में खेलने को लेकर क्रिकेट जगत में काफी चर्चा है। तेज गेंदबाजों ने शुरू में उसकी मैच पर पकड़ मजबूत कर दी। बांग्लादेश को दो ‘कनकशन सब्स्टीट्यूट‘ लेने पड़े।

बांग्लादेश की बल्लेबाजी ही खराब नहीं रही बल्कि उसका क्षेत्ररक्षण भी अच्छा नहीं रहा। रोहित का अल अमीन ने स्क्वेयरलेग पर आसान कैच टपकाया। ईडन गार्डन पर कई उम्दा पारियां खेलने वाले रोहित (21) हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाए और चाय के विश्राम के बाद इबादत हुसैन (61 रन देकर 2 विकेट) की गेंद पर पगबाधा आउट होकर पैवेलियन लौटे।

भारत ने चाय के विश्राम से पहले मयंक अग्रवाल (14) का विकेट गंवाया था, जिन्होंने अल अमीन की गेंद पर गली में कैच थमाया था। पुजारा और कोहली को हालांकि बांग्लादेशी आक्रमण के सामने किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई। कोहली ने इस बीच कप्तान के रूप में 5000 टेस्ट रन पूरे किए। यह कारनामा करने वाले वह भारत के पहले और दुनिया के छठे कप्तान बने।

पुजारा पहले अर्धशतक तक पहुंचे जो उनका टेस्ट क्रिकेट में 24वां पचासा है, लेकिन वह फिर से अच्छी शुरुआत को शतक में बदलने में नाकाम रहे और इबादत की तेजी से उठती गेंद पर स्लिप में कैच दे बैठे। इबादत ने रोहित और पुजारा को आउट करने के बाद ‘सैल्यूट’ मारा। कोहली ने इसी गेंदबाज पर चौका जड़कर अपना 23वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया।

इससे पहले भारतीय तेज गेंदबाजों ने लगातार दूसरे मैच में बांग्लादेशी बल्लेबाजों की कमजोरियों को खुलासा किया। इसके अलावा खचाखच भरे स्टेडियम में भी उसके बल्लेबाज किसी समय सहज स्थिति में नहीं दिखे। स्थिति यह थी उसके तीसरे, चौथे और पांचवें नंबर (कप्तान मोमीनुल हक, मोहम्मद मिथुन और मुशफिकुर रहीम) खाता भी नहीं खोल पाए।

लंच 22वें ओवर में लिया गया जब लिट्टन रिटायर्ड हर्ट हो गए। मोहम्मद शमी की गेंद उनके हेलमेट पर लगी। भारत को पहली सफलता ईशांत ने दिलाई। उन्होंने इमरूल काएस को पैवेलियनभेजा। इसके बाद उमेश ने तीन गेंद के भीतर दो विकेट लिए। मोमिनुल का शानदार कैच रोहित ने लपका जबकि मोहम्मद मिथुन को उन्होंने बोल्ड किया।

महमूदुल्लाह का दर्शनीय कैच विकेट के पीछे ऋद्धिमान साहा ने लिया। यह उनका टेस्ट मैचों में 100वां शिकार भी था। ईशांत ने मेहदी हसन के रूप में अपना पांचवां विकेट लिया। यह 2007 के बाद पहला अवसर है जबकि इस तेज गेंदबाज ने घरेलू सरजमीं पर पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लिए। इस बीच उन्होंने 30 टेस्ट मैच खेले।

लिट्टन के स्थानापन्न के रूप में मेहदी हसन बल्लेबाजी के लिए उतरे लेकिन केवल आठ रन ही बना पाए। मेहदी मूल रूप से गेंदबाज हैं लेकिन वह गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे। इससे बांग्लादेश की टीम प्रबंधन की अतिरिक्त बल्लेबाज नहीं रखने की अव्यवस्था भी उजागर हुई।