इंग्लैंड का प्रोफेशनल खेल, न्यूजीलैंड इतिहास बदलने में नाकाम
टी 20 वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड टीम इंग्लैंड के प्रोफेशनल खेल के सामने कहीं नहीं टिक पाई। इंग्लैंड इस बार टी 20 वर्ल्ड कप में अपनी टीम में टी 20 स्पेशलिस्ट की पूरी फौज लाया है जो निश्चित ही बड़ी टीमों पर भारी पड़ी।
दूसरी तरफ न्यूजीलैंड वर्ल्ड कप इतिहास में एक बार फिर यह मिथक तोड़ने में नाकाम रही कि वह बड़े टूर्नामेंट में खिताब नहीं जीत सकती।
फिरोजशाह कोटला मैदान पर इयोन मोर्गन की टीम हर लिहाज से केन विलियमसन की टीम पर भारी पड़ी। न्यूजीलैंड ने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन पावर प्ले में 51 रन बन जाने के बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने बढ़िया वापसी करते हुए न्यूजीलैंड को 153 रनों तक रोक दिया।
इसके बाद जेसन रॉय नाम का तूफान न्यूजीलैंड के गेंदबाज रोक ही नहीं पाए। 154 रनों के औसत लक्ष्य का पीछा करते हुए अगर कोई बल्लेबाज 44 गेंदों पर ही 78 रन ठोंक दे तो फिर उस टीम की जीत पर मुहर लग जाती है।
इंग्लैंड के साथ भी यही हुआ। रॉय और मॉर्गन के विकेट लगातार लेने के बाद भी न्यूजीलैंड मैच में नजर नहीं आया तो इसका बड़ा कारण रॉय की धमाकेदार पारी थी।
बहरहाल, इंग्लैंड की टी 20 स्पेशलिस्ट टीम बेहतरीन काम कर रही है और फाइनल में जगह बना चुकी है। इंग्लैंड की इस कामियाबी का श्रेय उसके प्रोफेशनल खेल को जाता है।