टीम इंडिया का कोच नहीं चुने जाने से रवि शास्त्री निराश
नई दिल्ली। टीम इंडिया के नए कोच के प्रबल दावेदारों में शामिल रवि शास्त्री ने इस पद पर नहीं चुने जाने के भारतीय किकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के फैसले पर निराशा व्यक्त की। हालांकि उन्होंने नए कोच अनिल कुंबले को अपनी शुभकामनाएं भी दीं।
शास्त्री ने मुख्य कोच नहीं बनाए जाने के बारे में कहा हां, मैं निराश हूं। मैंने पिछले 18 महीनों में टीम निदेशक के रूप में कड़ी मेहनत की और टीम ने अच्छे परिणाम भी दिए। इसके बावजूद यह जिम्मेदारी नहीं सौंपे जाने पर मैं अवश्य निराश हूं लेकिन यदि सिर्फ एक साल का कार्यकाल ही दिया गया है तो मुझे ज्यादा दु:ख नहीं है। अब मेरे लिए आगे बढ़ने का समय आ गया है। मेरे लिए युवा और उत्साही टीम के साथ यह अच्छा अनुभव रहा।
शास्त्री ने टीम निदेशक के रूप में शानदार और प्रभावी काम किया। 2014 में उनके द्वारा यह प्रभार संभालने के बाद भारत ने सशक्त इंग्लैंड को वनडे सीरीज में हराया। उन्होंने पिछले वर्ष हुए विश्वकप में टीम को लगातार सात जीत दर्ज करने के लिए प्रेरित किया, इसके बाद टीम सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारी।
शास्त्री के मार्गदर्शन में भारत ने श्रीलंका में 22 साल बाद टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की और अपने घर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3-0 की धमाकेदार जीत भी हासिल की। इस वर्ष ट्वंटी 20 विश्वकप सेमीफाइनल में मिली हार के पहले भारतीय टीम लगभग अपराजित रही थी।
54 वर्षीय शास्त्री ने कहा कि वह अब फिर से कमेंट्री के अपने पुराने काम में लौटने के बारे में विचार करेंगे। यह कार्य उनके लिए काफी आसान होगा। उन्होंने टीम निदेशक के चुनौतीपूर्ण काम को बखूबी अंजाम दिया और अपने कार्यकाल में भारतीय टीम को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया। (वार्ता)