दिग्गज टेस्ट खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को कहा कि इंग्लैंड की कठिन परिस्थितियों में भारत की कप्तानी करना शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी के लिए एक चुनौती होगी।पुजारा ने कहा कि यह गिल के लिए एक बड़ा मौका भी होगा। वह इस दौरे पर अगर कप्तान के तौर पर सफलता हासिल करते हैं तो इससे उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा।
गिल को शनिवार को रोहित शर्मा की जगह नया टेस्ट कप्तान बनाया गया। रोहित और विराट कोहली के संन्यास के बाद भारत खेल के सबसे लंबे प्रारूप में नए युग की शुरुआत करेगा।रोहित और कोहली ने इस महीने एक सप्ताह के भीतर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी।
पुजारा ने भारत के इंग्लैंड दौरे के आधिकारिक प्रसारक सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन बातचीत में रविवार को कहा, आप युवा हो या अनुभवी अगर कप्तान के रूप में विदेश जाते हैं तो यह चुनौतीपूर्ण होगा। इंग्लैंड में शुरुआत करना शुभमन के लिए आसान नहीं होगा लेकिन यह एक युवा खिलाड़ी के लिए शानदार मौका है। वह इंग्लैंड में अगर अच्छी कप्तानी करता है तो इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
पुजारा ने कहा, हमने सुना है कि बुमराह इंग्लैंड में पांचों मैच नहीं खेल पायेंगे इसलिए गिल को टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गयी है।
उन्होंने कहा, शुभमन को जिम्मेदारी दी गई है तो इसका मतलब है कि टीम प्रबंधन और चयनकर्ता सोच रहे हैं कि वह लंबे समय तक टीम का नेतृत्व कर सकते हैं।
सैंतीस साल के पुजारा ने टेस्ट से अभी संन्यास की घोषणा नहीं की है। उन्होंने भारत के लिए अपना पिछला मैच जून 2023 में खेला था। उन्होंने गिल को कप्तानी और बल्लेबाजी को अलग-अलग रखने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, बल्लेबाज के तौर पर भी उन पर बड़ी जिम्मेदारी है लेकिन मुझे यकीन है कि जिस तरह की प्रतिभा उनमें है वह इंग्लैंड में सफल होंगे। यह निश्चित रूप से उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा। मुझे नहीं पता कि कप्तान होने से उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सामने आएगा या नहीं, लेकिन बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने हमेशा टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश की है।
पुजारा ने कहा, जब आप शीर्ष स्तर पर बल्लेबाज के तौर पर खेल रहे होते हैं तो आप कभी यह नहीं सोचते कि आप कप्तान हैं या खिलाड़ी, आप हमेशा टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। आपको इसे अलग रखना चाहिए। जब आप मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आपको कप्तानी के बारे में सोचने के बजाय बल्लेबाज के तौर पर सोचना चाहिए।
पुजारा ने भारत के लिए 2010 में पदार्पण करने के बाद 103 टेस्ट मैचों में 7195 रन बनाये है। उनका मानना है कि कप्तानी की जिम्मेदारी से उनका बल्लेबाजी में रवैया नहीं बदलेगा जो आक्रामक है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि उनकी बल्लेबाजी का तरीका बदलेगा। उन्हें उसी तरह बल्लेबाजी करनी होगी, जिस तरह से वह बल्लेबाजी करते हैं। वह एक आक्रामक खिलाड़ी हैं उन्हें अपने शॉट खेलना पसंद है और उन्हें अपने शॉट खेलना जारी रखना होगा लेकिन साथ ही उन्हें इंग्लैंड की परिस्थितियों को समझना होगा और यह पता लगाना होगा कि कौन सा गेंदबाज सही रहेगा।
पुजारा ने खराब फॉर्म के बावजूद इंग्लैंड दौरे के लिए ऋषभ पंत को उप-कप्तान नियुक्त करने के फैसले का समर्थन किया।उन्होंने कहा, बुमराह कप्तान या उप-कप्तान की भूमिका के लिए दावेदारी से बाहर हैं और यही कारण है कि पंत को उप-कप्तानी दी गई है। वह टी20 प्रारूप में लय में नहीं हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वह सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक रहे हैं।
उन्होंने कहा, इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड पहले भी बहुत अच्छा रहा है और वह उन शानदार पारियों को दोहराने में सक्षम हैं।
पुजारा चाहते हैं कि केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल सलामी बल्लेबाज के रूप में बने रहें।उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया में बीजीटी (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी) श्रृंखला में बल्लेबाजी करने वाले सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और यशस्वी की इस भूमिका को जारी रहना चाहिए। अब नंबर तीन की बात करें तो इस समय हम नहीं जानते कि शुभमन वहां बल्लेबाजी करेंगे या नंबर चार पर उतरेंगे।
उन्होंने कहा, अगर शुभमन नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हैं, तो अभिमन्यु ईश्वरन या करुण नायर जैसे किसी खिलाड़ी को तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए आना चाहिये। मैं फिर भी शुभमन को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते देखना चाहूंगा।इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला 20 जून से लीड्स में शुरू होगी।
(भाषा)