नागपुर। पहले वनडे में उम्दा जीत से आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम मंगलवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में भी जीत के साथ अपनी बढ़त मजबूत करने के इरादे से उतरेगी जिसमें विश्व कप के दावेदार खिलाड़ियों के पास एक बार फिर अपनी छाप छोड़ने का मौका होगा।
विराट कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम ने शनिवार को प्रभावी प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराया था। यह जीत भारत के लिए मनोबल बढ़ाने वाली थी क्योंकि इससे पहले उसे दो मैचों की टी-20 श्रृंखला में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था।
विश्व कप से पहले भारत को अब सिर्फ चार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच और खेलने हैं और ऐसे में मेजबान टीम इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए ‘दो उपलब्ध स्थानों’ पर खिलाड़ियों को चुनने की कोशिश करेगी जबकि बाकी खिलाड़ियों का चुना जाना लगभग तय है।
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन हैदराबाद में विफल रहे लेकिन उन्हें एक और मौका दिए जाने की उम्मीद है। ऐसे में लोकेश राहुल के खेलने की संभावना कम है लेकिन अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।
उप कप्तान रोहित शर्मा किसी भी आक्रमण को ध्वस्त करने में सक्षम हैं और कप्तान कोहली के साथ उनकी जोड़ी शानदार है। कोहली ने पहले वनडे में 44 रन बनाए थे। रोहित और कोहली अगर वीसीए स्टेडियम में एक साथ चल जाते हैं तो फिर मेहमान टीम की परेशानी बढ़ सकती है।
अम्बाती रायुडू पहले मैच में नाकाम रहे लेकिन उनकी क्षमता और टीम प्रबंधन से मिल रहे समर्थन को देखते हुए अंतिम एकादश में उनकी जगह खतरे में नजर नहीं आती।
महाराष्ट्र के बल्लेबाज केदार जाधव ने पहले वनडे में नाबाद 81 रन की पारी खेलकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी और छठे नंबर पर उन्होंने अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है। वह ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने की क्षमता के कारण टीम के लिए बेहतर विकल्प हैं।
महेंद्र सिंह धोनी ने भी पहले वनडे में नाबाद अर्द्धशतक जड़ा जिससे कोच रवि शास्त्री की चिंता कुछ कम हुई होगी। धोनी ने नाबाद 59 रन की पारी खेली और दिखा दिया कि उनमें अब भी दम बाकी है। धोनी और जाधव ने शीर्ष क्रम के विफल रहने के बाद मध्यक्रम में अहम साझेदारी की।
धोनी पिछले कुछ समय से अच्छी फॉर्म में हैं और प्रत्येक अच्छे प्रदर्शन के साथ विश्व कप से पहले उनके मनोबल में इजाफा ही होगा। भारतीय टीम ऑलराउंडर विजय शंकर की जगह युवा ऋषभ पंत को मौका दे सकती है। विजय शंकर पहले वनडे में गेंद से प्रभावित करने में नाकाम रहे।
भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई एक बार फिर डेथ ओवरों के विशेषज्ञ जसप्रीत बुमराह करेंगे जबकि उनका साथ मोहम्मद शमी निभाएंगे। चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव स्पिन आक्रमण की अगुआई कर रहे हैं और बीच के ओवरों में प्रभावी रहे हैं। यह देखना रोचक होगा कि रविंद्र जडेजा को अंतिम एकादश में मौका मिलता है या फिर युजवेंद्र चहल की टीम में वापसी होती है। जडेजा को पहले वनडे में कोई विकेट नहीं मिला था।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत को 2-0 की बढ़त हासिल करने से रोकने की कोशिश करेगी। कोच जस्टिन लैंगर के लिए हालांकि कप्तान आरोन फिंच की फॉर्म चिंता का सबब बनती जा रही है। टी-20 श्रृंखला में शून्य और आठ रन की पारियां खेलने वाले फिंच पहले वनडे में भी खाता खोलने में नाकाम रहे थे। यह 32 वर्षीय बल्लेबाज मंगलवार को उम्दा पारी खेलकर फॉर्म में वापसी करना चाहेगा।
पहले वनडे में सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा, ग्लेन मैक्सवेल और ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस ने जमने के बाद अपने विकेट गंवाए थे और अब अपनी गलती में सुधार करते हुए बड़ी पारी खेलना चाहेंगे। युवा पीटर हैंड्सकोंब और विकेटकीपर एलेक्स केरी भी छाप छोड़ने की कोशिश करेंगे।
गेंदबाजी विभाग में लेग स्पिनर एडम जम्पा ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया है और एक बार फिर मेहमान टीम के लिए उनकी मौजूदगी महत्वपूर्ण होगी। उन्हें हालांकि टीम के मुख्य तेज गेंदबाजों पैट कमिंस और नाथन कोल्टर नाइल से सहयोग की जरूरत है। ऑस्ट्रेलियाई टीम जेसन बेहरेनडोर्फ की जगह एंड्रयू टाइ को मौका दे सकती है जो नियमित तौर पर आईपीएल में खेलते रहे हैं।
टीमें इस प्रकार हैं : भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अम्बाती रायुडू, महेंद्र सिंह धोनी, केदार जाधव, विजय शंकर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, ऋषभ पंत, सिद्दार्थ कौल, केएल राहुल और रवींद्र जडेजा।
ऑस्ट्रेलिया : आरोन फिंच (कप्तान), डार्सी शॉर्ट, शान मार्श, मार्कस स्टोइनिस, उस्मान ख्वाजा, एलेक्स केरी, पीटर हैंड्सकोंब, एश्टन टर्नर, एडम जम्पा, जेसन बेहरेनडोर्फ, जॉय रिचर्डसन, पैट कमिंस, एंड्रयू टाइ, नाथन कोल्टर नाइल और नाथन लायन। (भाषा)