सिरीज फतह करना चाहेगा द. अफ्रीका
सिडनी में मिली शानदार जीत से उत्साहित और श्रृंखला में 2-1 से आगे चल रही दक्षिण अफ्रीकी टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सोमवार को यहाँ खेला जाने वाला चौथा वनडे जीतकर श्रृंखला पर कब्जा जमाने के इरादे से मैदान में उतरेगा।मेहमान टीम के कार्यवाहक कप्तान जेहान बोथा जहाँ एडिलेड में ही श्रृंखला जीतने के बारे में सोच रहें होंगे, वहीं दूसरी तरफ कंगारू कप्तान रिकी पोंटिंग वनडे श्रृंखला भी हारने के शर्म से बचने की कोई उपाय ढूँढ रहे होंगे।दक्षिण अफ्रीका मेलबोर्न और सिडनी वनडे जीतकर सिरीज में 2-1 से आगे है जबकि ऑस्ट्रेलिया ने होबार्ट वनडे जीता था। ऑस्ट्रेलिया सिरीज में बराबरी हासिल करने के लिए जोर लगाएगा जबकि दक्षिण अफ्रीका जीत के लिए पूरी ताकत झोंक देगा।हालाँकि मेहमान टीम के लिए विकेटकीपर मार्क बाउचर का चोट के कारण श्रृंखला से बाहर होना परेशानी पैदा करने वाली खबर है। बाउचर को सिडनी वनडे में तेज गेंदबाज शान टेट की गेंद से चोट लगी थी। उनकी अनुपस्थिति में एबी डिविलियर्स विकेट के पीछे की जिम्मेदारी संभालेंगे।अफ्रीका के लिए ओपनर हर्शल गिब्स का फॉर्म में आना सुकून देने वाली खबर है। हालाँकि लगातार असफल चल रहे दूसरे ओपनर हाशिम अमला की जगह किसी और को आजमाया जा सकता है। ऑलराउंडर जैक्स कैलिस टीम के लिए विजयी भूमिका निभाते रहेंगे। कैलिस ने सिडनी वनडे में शानदार पारी खेलकर टीम को जीत की मंजिल तक पहुँचाया था। एल्बी मोर्कल भी चौथे वनडे में एक बार फिर सिडनी की तरह पारी खेलने को प्रतिबद्ध होंगे।मेहमानों का गेंदबाजी आक्रमण बेहद धारदार है और तेज गेंदबाज मखाया एनतिनी, डेल स्टेन और मोर्कल पिछले तीन मैचों से कंगारू बल्लेबाजी की अग्निपरीक्षा ले रहे हैं। दूसरी तरफ बोथा और जेपी डुमनी अपनी उपयोगी स्पिन गेंदबाजी से मध्य ओवरों में लगातार विकेट निकालने में सफल हो रहे हैं।उधर ऑस्ट्रेलिया के लिए इस मैच में हार क्रिकेट जगत पर वर्षों से कायम उसके वर्चस्व के अंत की तरफ बढ़ा एक कदम और माना जाएगा। इस एहसास से परेशान कप्तान रिकी पोंटिंग अपने खिलाड़ियों को इस मैच को जीतने के लिए प्रेरित कर रहे होंगे। ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाजों डेविड वॉर्नर और शान मार्श ने तो अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन मध्यक्रम का ध्वस्त होना कंगारू कप्तान के लिए मुसीबत का सबब है।सिडनी में एक समय ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया टीम तीन सौ से अधिक का स्कोर खड़ा कर लेगा लेकिन बीच के ओवरों में उसके विकेट जल्दी-जल्दी गिर गए और वह पूरे पचास ओवर भी नहीं खेल सका। ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में अपनी इस कमजोरी से पार पाना होगा। वहीं पोंटिंग के अलावा माइकल हसी और ब्रैड हैडिन को भी मध्यक्रम में मजबूती देनी होगी।तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन के टीम में शामिल होने के बाद भी मेजबान टीम का गेंदबाजी आक्रमण कमजोर ही लग रहा है। पिछले मैच में मोर्कल ने अंतिम ओवरों में अपनी मर्जी से रन बटोरे और टीम को जीत दिलाई। पोंटिंग मोर्कल से निपटने के लिए रणनीति बनाने की बात कह चुके हैं। लेकिन इसके लिए उनके गेंदबाजों को अथक प्रयास करने की जरूरत होगी।शान टेट, रेयान हैरिस और बेन हिलफेनहास को अपनी टीम को यह मैच जिताने के लिए एड़ी-चोटी को जोर लगाना होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो टेस्ट श्रृंखला गँवा चुके ऑस्ट्रेलिया को वनडे श्रृंखला से भी हाथ धोना पड़ेगा।