राज्य संघों को हुआ आईपीएल से नुकसान
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने मुंबई में बोर्ड की कार्यकारी समिति की बैठक में आरोप लगाया कि फ्रेंचाइजी टीमें धन बटोरती रहीं जबकि आईपीएल मैचों की मेजबानी के लिये राज्य संघों को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा।बीसीसीआई के सूत्रों ने कहा कि बंगाल क्रिकेट संघ के प्रमुख ने मुंबई में हुई घंटे भर की बैठक में करीब आधे घंटे तक अपनी बात रखी। उन्होंने आईपीएल के पहले सत्र में वित्तीय गोलमाल का विस्तार से ब्यौरा दिया।डालमिया ने आरोप लगाया कि बीसीसीआई ने आईपीएल के शुरुआती चरण में चैम्पियन बने राजस्थान रॉयल्स और उप विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स को मुआवजे के रूप में 20.8 करोड़ रुपए दिए क्योंकि पहली चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 को 2008 में मुंबई आतंकवादी हमलों के कारण रद्द कर दिया गया था।उन्होंने बैठक में कहा कि ज्यादा से ज्यादा दोनों फ्रेंचाइजी टीमों को 5.1 करोड़ रुपए दिए जा सकते थे, बशर्ते दोनों टीमें इस बात के सबूत देती कि उन्हें नुकसान हुआ था, जो कार्यकारी समिति को मुहैया नहीं कराया गया। सूत्रों ने कहा कि डालमिया ने यह भी बात उजागर की कि आईपीएल की संचालन परिषद ने दोनों फ्रेंचाइजी टीमों को 26.2 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि भी दी, लेकिन कार्यकारी समिति को इस बारे में कभी भी सूचित नहीं किया।डालमिया ने वित्तीय अनियमितताओं के बारे में एक नोट भी तैयार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीसीसीआई को चैम्पियंस लीग टी20 के रद्द होने के कारण फ्रेंचाइजी टीमों को कोई भी राशि देने का अनुबंधीय दायित्व नहीं था। कार्यकारी समिति को भी यह नहीं बताया गया। डालमिया ने कहा कि इस तरह से बीसीसीआई ने दोनों फ्रेंचाइजी टीमों को 36.8 करोड़ रुपए अतिरिक्त राशि के रूप में दिए। ऐसा लगता है कि यह राशि बीसीसीआई के सदस्य संघों की थी और इसे हासिल किया जाना चाहिए था। इसके इतर फ्रेंचाइजी टीमों को 10.17 करोड़ रुपए प्रायोजन अधिकार के रूप में भी दिए गए, जिसे बीसीसीआई के साथ 48.40 के अनुपात में दिया जाना चाहिए था। (भाषा)