Last Modified: ढाका ,
रविवार, 3 जनवरी 2010 (16:47 IST)
नए साल की धमाकेदार शुरुआत करना चाहेगा भारत
भारत 2009 में सफलता की नई ऊँचाइयाँ छूने के बाद कल से यहाँ शुरू हो रही एकदिवसीय क्रिकेट त्रिकोणीय श्रृंखला में उपमहाद्वीप के अपने प्रतिद्वंद्वियों श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ अपने नए व्यस्त सत्र की धमाकेदार शुरुआत करने के लक्ष्य के साथ उतरेगा।
श्रृंखला के पहले मुकाबले में मेजबान बांग्लादेश कल श्रीलंका के खिलाफ दिन रात्रि के मैच में उतरेगा जबकि भारत अपने अभियान की शुरूआत मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ करेगा।
आईसीसी एकदिवसीय रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज भारत के पास चोटी पर चल रहे ऑस्ट्रेलिया और अपने बीच के अंतर को कम करने का मौका है। ऑस्ट्रेलिया 130 अंक के साथ भारत से सात अंक आगे है।
भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला में श्रीलंका को 3-1 से हराने वाली टीम के अधिकांश अहम खिलाड़ियों को मौका दिया है जबकि तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा, प्रवीण कुमार और बाएँ हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा को बाहर कर दिया गया है। सचिन तेंडुलकर को आराम दिया गया है।
तेंडुलकर के हटने का फायदा रोहित शर्मा को मिला है जबकि लेग स्पिनर अमित मिश्रा और तेज गेंदबाज अशोक डिंडा 16 सदस्यीय टीम में जगह बनाने में सफल रहे हैं। स्वाइन फ्लू के कारण श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला से बाहर रहे तेज गेंदबाज एस. श्रीसंथ को भी टीम में जगह मिली है।
श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के बाद टीम इंडिया को आराम के लिए एक हफ्ते का समय भी नहीं मिला लेकिन महेंद्रसिंह धोनी और उनकी टीम जीत की लय को बरकरार रखने को बेताब है। धोनी ने टीम के रवाना होने से पहले कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलकर खुश हैं। यह त्रिकोणीय श्रृंखला है। यह थोड़ी अधिक रोचक होगी। हम उम्मीद करते हैं कि इसमें पिछली श्रृंखला (श्रीलंका के खिलाफ) की लय दोहराएँगे।
श्रीलंका के लिए 2009 मिश्रित सफलता भरा रहा और उसने भारत के खिलाफ घरेलू और विदेशी सरजमीं पर एकदिवसीय श्रृंखलाएँ गँवाई लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ दो श्रृंखला जीता। टीम यहाँ कई नए चेहरों के साथ आई है जबकि मुथैया मुरलीधरन, सनथ जयसूर्या और महेला जयवर्धने जैसे बड़े नाम नदारद हैं।
बल्लेबाज चामरा सिलवा और लेग स्पिनर मलिंगा बंडारा की टीम में वापसी हुई जबकि कंधे की चोट के कारण भारत दौरे के बीच से लौटे तिलन तुषारा को भी मौका दिया गया है। नवोदित बल्लेबाज लाहिरू थिरिमाने को भी जगह मिली है।
कुछ बड़े खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में श्रीलंका की उम्मीदें काफी हद तक फॉर्म में चल रही तिलकरत्ने दिलशान और उपुल थरंगा की सलामी जोड़ी के अलावा कप्तान कुमार संगकारा पर टिकी होगी।
दूसरी तरफ बांग्लादेश ने पिछले साल 19 में से 14 मैच जीते और वह इस लय को बरकरार रखना चाहेगा। टीम ने हालांकि श्रीलंका और भारत जैसी बड़ी टीमों का अधिम सामना नहीं किया। बांग्लादेश ने कैरेबियाई दौरे पर वेस्टइंडीज की कमजोर टीम को हराया जबकि जिम्बाब्वे के खिलाफ अपनी और उसकी सरजमीं पर एकदिवसीय श्रृंखला जीती।
टीम को हालाँकि उस समय झटका लगा जब 26 सदस्यीय प्रारंभिक टीम में कप्तान के रूप में शामिल तेज गेंदबाज मशरेफ मुर्तजा त्रिकोणीय श्रृंखला से बाहर हो गए। वह घुटने की चोट से उबरने में विफल रहे और साकिब अल हसन को टीम की कमान सौंपी गई।
खराब प्रदर्शन के कारण कप्तानी गँवाने वाले मोहम्मद अशरफुल को 2010 में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी जबकि युवा रुबेल हसन टीम के ट्रंप कार्ड हो सकते हैं। (भाषा)