झारखंड में एक ही धोनी क्यों
टीम इंडिया के कप्तान महेंद्रसिंह धोनी के गृहराज्य में होने वाले 34वें राष्ट्रीय खेलों के मेजबान झारखंड ओलिम्पिक संघ ने कहा कि सुविधाओं के अभाव के कारण ही प्रतिभा के बावजूद इस राज्य में अन्य खेलों के खिलाड़ी धोनी जैसा नाम नहीं कमा पा रहे हैं।जेओए के अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय खेल आयोजन समिति के पदेन उपाध्यक्ष आरके आनंद ने कहा कि इस राज्य में केवल एक ही धोनी क्यों है। यहाँ कई प्रतिभाएँ हैं, जो कई आयोजनों में पदकों के ढेर लगा देती हैं पर उन्हें वैसा नाम नहीं मिल पाता।उन्होंने कहा कि क्रिकेट में पैसा है, जबकि अन्य खेलों की हालत खस्ता है। राज्य में जमशेदपुर को छोड़कर कहीं स्विमिंग पूल तक नहीं है। हमारे पास स्तरीय फुटबॉल स्टेडियम भी नहीं हैं। बिना पर्याप्त सुविधाओं के भी हमारे कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक जीत रहे हैं। अगर हम बेहतर सुविधाएँ मुहैया कराएँ तो हम अधिक से अधिक पदक जीत सकते हैं।उन्होंने कहा कि मैं जेओए को अपने पैसे के दम पर चलाता रहा हूँ। टाटा संचालित जमशेदपुर को छोड़कर अन्य स्थानों पर खेल सुविधाओं की हालत बेहद खराब है। यहाँ काम कराना भी मुश्किल है।ज्ञातव्य है कि झारखंड में तीरंदाजी, हॉकी, मुक्केबाजी, बास्केटबॉल आदि कई खेलों में कई अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता हैं, इनमें से कुछ तो अर्जुन पुरस्कार विजेता भी हैं।