Last Modified: नई दिल्ली ,
गुरुवार, 3 जून 2010 (08:46 IST)
विदेशी निवेशकों ने बेचे 9,400 करोड़ के शेयर
यूरो क्षेत्र में संकट का असर भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने वाले विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) पर भी पड़ा है। मई माह में एफआईआई ने भारतीय शेयर बाजार में 9,400 करोड़ रुपए (दो अरब डॉलर) के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की है। इससे तीन माह पहले तक एफआईआई शेयर बाजार में निवेश बढ़ाए जा रहे थे।
बाजार नियामक सेबी के पास उपलब्ध आँकड़ों के अनुसार एफआईआई ने मई माह में 52,192 करोड़ रुपए के शेयरों की सकल खरीदारी की, जबकि इस दौरान उन्होंने 61,628 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इस हिसाब से उनकी शुद्ध बिकवाली 9,436 करोड़ रुपए की रही।
इस साल जनवरी के बाद से यह पहला महीना है, जब एफआईआई शेयरों के शुद्ध बिकवाल रहे हैं। फरवरी से अप्रैल की अवधि के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शेयर बाजारों में 30,500 करोड़ रुपए की भारी-भरकम राशि का निवेश किया था।
ब्रोकरेज फर्म शेयरखान के एक नोट के अनुसार मई में यूरो क्षेत्र के संकट की वजह से जोखिम से बचने के लिए एफआईआई ने भारतीय शेयर बाजार में शेयरों की बिकवाली की। मई में बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में 614 अंक या 3.62 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि निफ्टी इस दौरान 192 अंक या 3.63 फीसद नीचे आया।
भारतीय शेयर बाजार में एफआईआई की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। मई में एफआईआई द्वारा 9,400 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी के बाद 2010 में एफआईआई का शुद्ध निवेश घटकर 20,569 करोड़ रुपए रह गया है। 2009 में एफआईआई ने 83,400 करोड़ रुपए का निवेश किया था। (भाषा)