Last Modified: नई दिल्ली ,
शनिवार, 23 मार्च 2013 (23:18 IST)
दूरसंचार कंपनियों को लेना होगा एकीकृत लाइसेंस
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नई दिल्ली। दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि अपने परमिट को विस्तारित करने की इच्छुक दूरसंचार कंपनियों को एकीकृत लाइसेंस हासिल करना होगा और उस क्षेत्र में अपनी सेवाओं को बनाए रखने के लिए अलग से स्पेक्ट्रम खरीदने होंगे।
वोडाफोन, भारतीय एयरटेल और लूप मोबाइल द्वारा कुछ सर्किलों में विस्तार के लिए लाइसेंस मांगे जाने पर सिब्बल ने कहा, आज स्थिति बदल गई है, लाइसेंस और स्पेक्ट्रम दो अलग-अलग चीजें हैं। इससे पहले लाइसेंस के साथ स्पेक्ट्रम की कीमत 1658 करोड़ रुपए थी। लाइसेंस बना रह सकता है लेकिन उच्चतम न्यायालय के फैसले के मुताबिक स्पेक्ट्रम आपको खरीदना होगा।
सिब्बल ने यहां नेशनल एडिटर्स कांफ्रेंस में कहा, हमने उन्हें जवाब भेज दिया है। जो भी उपाय हैं उन्हें उन उपायों को लेना चाहिए। उन्हें अब एकीकृत लाइसेंस की ओर जाना होगा, क्योंकि अब केवल यही स्थिति उपलब्ध है।
इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि दूरसंचार मंत्रालय ने वोडाफोन और लूप टेलीकॉम को बता दिया था कि कुछ सर्किलों में लाइसेंस का विस्तार नहीं किया जा सकता है, जहां वर्ष 2014 में परमिट का नवीनीकरण होना है। सिब्बल ने कहा कि कंपनियों के आवेदन के लिए एकीकृत लाइसेंस अगले आठ से 10 दिन में तैयार हो जाएगा। (भाषा)