करियर भाषाओं में
क्या हैं संभावनाएँ..
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गरिमा माहेश्वरी लीग से हटकर बहुत से करियर विकल्प ऐसे भी होते हैं जहाँ अपनी मातृभाषा के अलावा किसी दूसरी भाषा का ज्ञान फायदेमंद हो सकता है। अगर आपको नई भाषाएँ सीखना पसंद है तो आप इस तरह के करियर को अपना सकते हैं। दिन-प्रतिदिन बढ़ते वैश्वीकरण के चलते भारत में विदेशों से बहुत काम आ रहा है जिसके लिए कंपनियों को ऐसे लोगों की जरूरत है जिन्हें विदेशी भाषाओं का अच्छा ज्ञान हो। पिछले कुछ सालों में जिन विदेशी भाषाओं का बोलबाला रहा है वे हैं- फ्रेंच, जर्मन, रशियन, चाइनीज, जापानीज, स्पेनिश और कोरियन। इस करियर को अपनाकर जिन क्षेत्रों में आपको अवसर मिल सकते हैं, वे हैं-* ऑपरेटर* कंटेंट राइटर्स* टेक्नीकल ट्रांसलेटर* इंटरप्रेटर* शिक्षक किसी विदेशी भाषा के ज्ञान के साथ अगर आपके पास और भी कोई प्रोफेशनल डिग्री है तो आप टूरिज्म, एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री, पब्लिशिंग हाउस आदि में भी कार्य कर सकते हैं। इसके साथ ही सरकारी संस्थानों में भी विदेशी भाषाओं के लिए अवसर हैं। विदेशी भाषाओं को सीखने के लिए 3 तरह के कोर्स उपलब्ध हैं, सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स और डिग्री कोर्स। बहुत से संस्थानों में बेसिक लेवल और एडवांस्ड लेवल दोनों ही कोर्स कराए जाते हैं जिसमें आप स्नातकोत्तर डिग्री भी ले सकते हैं। योग्यता : अगर आप किसी भाषा में सर्टिफिकेट कोर्स या डिग्री कोर्स करना चाहते हैं तो उसके लिए हायर सेकंडरी उत्तीर्ण होना आवश्यक है। कई विश्वविद्यालयों में डिग्री कोर्स करने के लिए संबंधित भाषा में सर्टिफिकेट कोर्स किया होना आवश्यक होता है। वेतन : इस क्षेत्र में वेतन आपके कार्य के अनुरूप ही मिलता है। अगर आप शिक्षण के क्षेत्र में कार्य करना चाहते हैं तो आप 10,000 रुपए से 20,000 रुपए प्रतिमाह कमा सकते हैं वहीं अगर आप ट्रांसलेटर के पद पर कार्यरत हैं तो आपका वेतन 50 रुपए से 500 रुपए प्रति पेज हो सकता है। अगर आप इंटरप्रेटर के पद पर कार्य करना चाहते हैं तो उन्हें वेतन घंटों के हिसाब से दिया जाता है। सरकारी संस्थाओं में इंटरप्रेटर के लिए बहुत से अवसर होते हैं और वेतन 8000 रुपए प्रतिमाह से लेकर 10,000 रुपए प्रतिमाह भी हो सकता है। कहाँ से करें कोर्स -अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी कैलिकट विश्वविद्यालय, मालापुरम दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्लीजवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली इनके अतिरिक्त मुंबई, लखनऊ, चेन्नई, पुणे, भुवनेश्वर आदि में भी बहुत से विश्वविद्यालय इन कोर्सों का संचालन करते हैं।