बावनगजा प्रतिष्ठा महोत्सव 20 से
भगवान आदिनाथ का महामस्तकाभिषेक महोत्सव
बावनगजा बड़वानी में 20 जनवरी से 4 फरवरी तक आयोजित भगवान आदिनाथ पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव व महामस्तकाभिषेक के अवसर पर महोत्सव के दौरान प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। प्रचार प्रसार समिति के श्री हेंसल पहाड़िया, सुरेन्द्र कलशधर एवं ललित बड़जात्या तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक श्री विमल सोगानी तथा डॉ. संजय जैन ने बताया कि विशेष आयोजन के तहत 26 जनवरी को संगीतकार श्री रवीन्द्र जैन, 29 जनवरी को गायिका अनुराधा पौडवाल के कार्यक्रम होंगे। 29 जनवरी को ही भीलवाड़ा की कुमारी चिंकल जैन 365 कलशों के साथ भवई नृत्य की प्रस्तुति देगी। 30 जनवरी को राजेन्द्र जैन की भजन संध्या, 31 जनवरी को हर्षित अभिराज की भजन संध्या व 1 फरवरी को विशाल कवि सम्मेलन होगा। 2 फरवरी को नासिक के युवा जादूगर डॉ. पल्लवी कासलीवाल अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। श्री प्रीतपाल टोंग्या एवं श्री अशोक जैन ने बताया कि 21 जनवरी को स्वर संगम ग्रुप द्वारा भजन संध्या, 23 को इंदौर महिला संगठन द्वारा नृत्य नाटिका, 24 को निमाड़ महिला संगठन द्वारा नृत्य नाटिका तथा 25 को नंदकुमार जैन पार्टी की भजन संध्या व 27 को सन्मति स्कूल द्वारा महावीर नृत्य नाटिका तथा 28 जनवरी को दयोदय ग्रुप टीकमगढ़ द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। इस अवसर पर भगवान आदिनाथ बावनगजाजी का 21वीं शताब्दी का पहला महामस्तकाभिषेक 27 जनवरी को प्रासुक (पवित्र) जल से होगा। गुरुदूत श्री रवीन्द्र कुमार जैन (बड़वानी) ने बताया कि महामस्तकाभिषेक महोत्सव समारोह की एक विशेषता यह है कि पहली बार अभिषेक की व्यवस्था एक की बजाय पाँच दिन के लिए की गई है। महामस्तकाभिषेक 27, 29 व 31 जनवरी एवं 2 व 4 फरवरी 08 को संपन्न होगा। प्रतिदिन 1008 परिवारजनों को कलश करने की व्यवस्था महोत्सव समिति ने की हैं। आदिब्रह्मा आदिनाथ बावनगजाजी की प्रतिमा का पाँच दिनों में 5040 कलशों से जलाभिषेक होगा। महोत्सव के मार्गदर्शक व सान्निध्य प्रदाता राष्ट्रसंत, शाकाहार प्रवर्तक, महायोगी उपाध्याय मुनिश्री गुप्तिसागरजी ने बताया कि महामस्ताभिषेक एक नवीन स्वरूप में देखने तथा जलाभिषेक कर पुण्यार्जन करने का सौभाग्य श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। महामस्तकाभिषेक के क्षण सौभाग्यशालियों को मिलते हैं।