शुक्रवार, 23 मई 2025
Choose your language
हिन्दी
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
Follow us
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
इंदौर
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
क्राइम
फैक्ट चेक
व्यापार
मोबाइल मेनिया
IPL 2025
अन्य खेल
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
पर्यटन
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
सनातन धर्म
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
NRI
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
धर्म संग्रह
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
इंदौर
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
क्राइम
फैक्ट चेक
व्यापार
मोबाइल मेनिया
IPL 2025
अन्य खेल
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
पर्यटन
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
सनातन धर्म
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
NRI
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
धर्म संग्रह
×
Close
धर्म-संसार
»
धर्म-दर्शन
»
जैन धर्म
Written By
WD
चोर का भय दूर करने हेतु
हेतु- चोर का भय दूर होता है।
वक्त्रं क्व ते सुर-नरोरग-नेत्र हारि निःशेष-निर्जित-जगत्त्रितयोपमानम् ।
बिम्बं कलंकमलिनं क्व निशाकरस्य यद् वासरे भवति पाण्डु-पलाश-कल्पम् ॥ (13)
देव व मानव... सभी के नेत्र जहाँ स्थिर हो जाते हैं... तीन भुवन की तमाम तुलनाएँ जहाँ आकलित हैं... वैसा आपका सुंदर मुखड़ा कहाँ? और कहाँ वह दागवाला धुँधला-सा... चाँद, जो कि रात ढलते-ढलते तो पलाश के पत्ते की भाँति पीला-फीका पड़ जाता है।
ऋद्धि- ॐ ह्रीं अर्हं णमो उज्जुमईणं ।
मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं हं स ऐं ह्राँ ह्रीं द्राँ द्रीं द्रौं द्रः मोहिनि सर्वजनवश्यं कुरु कुरु स्वाहा ।
हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
हमारे साथ Telegram पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
वेबदुनिया पर पढ़ें :
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
ज़रूर पढ़ें
बृहस्पति वर्ष 2025 में अतिचारी होकर 3 बार करेंगे गोचर, वर्ष 2026 में मचाएंगे तबाही, भारत का क्या होगा?
14 मई 2025 बुधवार को रात्रि 11 बजकर 20 मिनट पर बृहस्पति ग्रह वृषभ से निकलकर मिधुन राशि में प्रवेश करेंगे। मिथुन राशि में बृहस्पति 18 अक्टूबर 2025 तक रहेंगे और इसके बाद तेज गति से कर्क राशि में चले जाएंगे। कर्क में बृहस्पति नीच के हो जाते हैं। नीच के होकर बुरा फल देंगे। 11 नवंबर 2025 को गुरु ग्रह वक्री हो जाएंगे और 5 दिसंबर 2025 को पुनः मिथुन राशि में वापस लौट आएंगे। इसके बाद, गुरु 2 जून 2026 तक मिथुन राशि में रहने वाले हैं। इसके बाद वे कर्क में गोचर करेंगे।
पाकिस्तान में यहां शिव जी के आंसू से बना था अमृत कुंड, जानिए कटासराज शिव मंदिर का अद्भुत इतिहास
katas raj mandir Pakistan: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में, एक ऐसा प्राचीन और पवित्र स्थल है जो सदियों से हिन्दू आस्था और इतिहास का साक्षी रहा है। यह है कटास राज शिव मंदिर। यह सिर्फ एक मंदिर नहीं, बल्कि पौराणिक कथाओं, ऐतिहासिक महत्व और अटूट आस्था का प्रतीक है। हालांकि, भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के कारण भारतीय हिंदुओं के लिए यहाँ तक पहुँचना अक्सर एक कठिन यात्रा बन जाती है, फिर भी यह मंदिर पौराणिक मान्यता के कारण हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व रखता है ।
नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते
When does Nautapa start in 2025: वर्ष 2025 में नौतपा 25 मई से शुरू होकर 3 जून तक जारी रहेगा। धार्मिक तथा ज्योतिषीय मान्यतानुसार नौतपा के नौ दिन अर्थात् 25 मई से 3 जून 2025 तेज गर्मी पड़ने की संभावना है। आइए यहां जानते हैं नौतपा में क्या करें, नवतपा में क्या न करें
क्यों चर्चा में है पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिन्दुओं का पवित्र शक्तिपीठ हिंगलाज माता मंदिर, जानिए पौराणिक महत्त्व
hinglaj mata mandir balochistan : बलूचिस्तान के बीहड़ इलाके में दो सबसे प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर मौजूद हैं। इनमें से एक है हिंगलाज माता मंदिर और दूसरा कटास राज मंदिर है। बलूचिस्तान ने 16 मई को हिंगलाज माता मंदिर को लेकर एक बड़ी घोषणा की है। बलूचिस्तान का कहना है कि बलूचिस्तान और भारत एक ही हैं, उनके देवी-देवता हमारे भी देवी देवता हैं। हिंगलाज माता मंदिर वर्तमान में पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लासबेला जिले में हिंगोल नदी के तट पर स्थित है। यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का केंद्र है, जिसे 51 शक्तिपीठों में से एक और हिंगलाज शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है। आइये आज इस मंदिर से जुड़ी मान्यताओं और इसके पौराणिक महत्त्व के बारे में आपको जानकारी देते हैं।
भविष्य मालिका की 6 भविष्यवाणियां हुईं सच, जगन्नाथ मंदिर को केंद्र में रखकर की गई हैं भविष्यवाणियां
संत अच्युतानंद दास ने पुरी के जगन्नाथ मंदिर को केंद्र में रखकर कई भविष्यवाणियां की है। उनमें से 6 भविष्यवाणी सच होने का दावा किया जा रहा है। इसी वायरल हो रही भविष्य मालिका के अनुसार जब भगवान जगन्नाथ का अपमान होगा, मंदिर की परंपराओं में अव्यवस्था होगी, जगन्नाथ पुरी मंदिर के पत्थर गिरेंगे, ओडिशा में चक्रवाती तूफान से कल्पवृक्ष यानी पवित्र बरगद का पेड़ गिर जाएगा, तब लोग मरने लगेंगे। जगन्नाथ मंदिर का झंडा कई बार गिरेगा और एक चक्रवाती तूफान के कारण झंडा समुद्र में जा गिरेगा। जगन्नाथ मंदिर का सुदर्शन चक्र तूफान से टेढ़ा हो जाएगा। जगन्नाथ पुरी के मंदिर के झंडे में आग लग जाएगी। मंदिर परिसर में त्रिदेव के ऊपर जो कपड़ा है, उसमें आग लग जाएगी। मंदिर के शिखर पर एकाश्म स्तंभ पर गिद्ध बैठेगा। जगन्नाथ के मंदिर में बार-बार रक्तपात होगा, खून के धब्बे मिलेंगे। जब ऐसे होगा तो समझना की कलयुग के अंत की शुरुआत हो चुकी है। उपरोक्त प्रत्येक घटना से एक भविष्यवाणी भी जुड़ी है।
वीडियो
और भी वीडियो देखें
धर्म संसार
23 मई 2025 : आपका जन्मदिन
23 May Happy Birthday: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 23 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी।
23 मई 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
Today Shubh Muhurat 23 May 2025: आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें...
तेलुगु हनुमान जयंती कब है, क्यों मनाई जाती है, जानें इसके बारे में सबकुछ
Jyestha Month Hanuman Puja :धार्मिक मान्यता के अनुसार उत्तर भारत और दक्षिण भारत में अलग-अलग तिथि विशेष को हनुमान जयंती मनाई जाती है। इसमें चैत्र माह की पूर्णिमा को उत्तर भारत में, मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि पर तमिल में और आंध्र प्रदेश, तेलंगाना या तेलुगु में ज्येष्ठ महीने की दशमी तिथि को हनुमान जन्म उत्सव मनाया जाता है।
2025 में कब मनाई जाएगी अपरा एकादशी, जानें पूजन के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Apara Ekadashi date: इस बार 23 मई, शुक्रवार को ज्येष्ठ मास की अपरा एकादशी का व्रत पड़ रहा है। इस व्रत को रखने से व्यक्ति के सभी पाप समाप्त होते हैं और उसे अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। यह व्रत विशेष रूप से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का माध्यम भी माना जाता है। आइए जानते हैं अचला एकादशी के बारे में...
अचला एकादशी व्रत से मिलते हैं ये 8 अद्भुत लाभ
Achala Ekadashi 2025 Vrat Benefits: हिन्दू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अचला/ अपरा एकादशी का व्रत रखने से मनुष्य के पाप नष्ट होकर पुण्य की प्राप्ति होती है। जो लोग संतान सुख पाने के इच्छुक हैं उनके लिए यह व्रत विशेष रूप से लाभकारी है। आइए यहां जानते हैं इस एकादशी से होने वाले फायदों के बारे में...