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सत्य व्रत के अतिचार
मिथ्योपदेश- सच्ची-झूठी बातें कहकर किसी को गलत रास्ते पर डाल देना।रहस्याभ्याख्यान- विनोद के लिए पति-पत्नी को या स्नेहियों को एक-दूसरे से अलग कर देना। किसी के सामने दूसरे पर दोष लगाना।कूटलेखक्रिया- मुहर, हस्ताक्षर आदि द्वारा झूठी लिखा-पढ़ी करना। खोटे सिक्के चलाना।न्यासापहार- कोई धरोहर रखकर भूल जाए तो उसे पूरा या अधूरा हड़प जाना।साकारमंत्रभेद- आपस की प्रीति तोड़ने के लिए दूसरे की चुगली खाना। किसी की गुप्त बात प्रकट कर देना।