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Written By ND

वायरस की चपेट में बधाई!

आईटी
- राजीव शर्मा

ND
जब आप इंटरनेट और मोबाइल फोन पर बधाई संदेशों के द्वारा अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को नव वर्ष की बधाइयां दे रहे होंगे, तब हो सकता है कि कई वायरस घात लगाए बैठे हों। ऐसे में आपकी छोटी-सी लापरवाही भी रंग में भंग का काम कर सकती है। जरा-सी चूक हुई नहीं कि आ गया कंप्यूटर या मोबाइल फोन वायरस की चपेट में। जी हाँ, बहुत-से लोग नए साल जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले उत्सवों-कार्यक्रमों की ताक में रहते हैं।

इन वायरसों की वजह से कई दिनों, महीनों और कई बार वर्षों की मेहनत से प्राप्त किए गए आंकड़े कुछ ही क्षणों में नष्ट हो जाते हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि वायरस जैसे इस भयानक "रोग" से बचकर रहा जाए। और चूंकि आजकल लोग इंटरनेट पर ई-मेल आदि के जरिए बड़ी संख्या में एक-दूसरे को बधाई संदेश देते हैं इसलिए कंप्यूटर वायरस फैलने की बहुत आशंका रहती है।

लेकिन फिर भी ऐसे में और ज्यादा सावधानी रखते हुए आप न केवल अपने, बल्कि औरों के कंप्यूटर व मोबाइल फोन को भी वायरस के संभावित हमलों से बचा सकते हैं। अगर हम कुछ आवश्यक बातों को ध्यान में रखें तो इस संक्रमण को एक हद तक काबू में रखा जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कुछ सावधानियां बरतने की।

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किसी अच्छी व प्रसिद्ध कंपनी के एंटीवायरस प्रोग्राम का इस्तेमाल करें और इसे बताए गए तरीकों के अनुरूप चलाएं। अगर उसमें स्वचालित वायरस स्कैनिंग सुविधा हो तो उसे भी चालू रखें और अपडेट भी करते रहें। समय-समय पर अपने कंप्यूटर की हार्ड डिस्क की भी स्कैनिंग करते रहें।

अपने कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम, वेब ब्राउजर और दूसरे सभी प्रोग्राम को संबंधित कंपनी द्वारा बताई गई 'डिफॉल्ट सेटिंग' पर सेट रखें, क्योंकि इस प्रकार की व्यवस्था आपके डाटा को वायरसों से बचाने में बहुत मददगार होती है। कंप्यूटर को 'पैच' आदि से 'अपडेट' रखें और 'फायरवाल' का भी प्रयोग करें।

कोई भी ई-मेल, एसएमएस या एमएमएस खोलने से पहले उसकी विश्वसनीयता की अच्छी तरह से जांच कर लें। वैसे तो लगभग सभी प्रसिद्ध व बड़ी वेबसाइट कंपनियां भी इस संबंध में तैयार रहती हैं, लेकिन इसके बावजूद भी नए वायरस के मामले में जोखिम की संभवाना बनी रहती है। इसलिए अपने स्तर पर भी तैयार रहें। केवल विश्वसनीय वेबसाइट से ही ई-कार्ड या एमएमएस आदि डाउनलोड करें और डाउनलोड करने के बाद भी उसकी एंटीवायरस से स्कैनिंग कर लें।

इन दिनों इंटरनेट से कोई फोटो या गेम डाउन लोड नहीं करना चाहिए क्योंकि इनमें वायरस होने की आशंका बनी रहती है। इसी तरह ई-मेल के अटैचमेंट के कारण भी बहुत दिक्कत आती है, क्योंकि उसमें भी वायरस छिपे हो सकते हैं। इसलिए आपको सावधानी रखनी चाहिए कि जब तक पूरी तरह से संतुष्ट न हो जाएँ, कोई भी मेल न खोलें और जरा भी शक होने पर पूरी तरह से अनदेखा कर दें और बिना खोले ही डिलीट कर दें। इन्हें हार्ड डिस्क में तो कभी भी स्टोर न करें।