युवराज को साबित करना होगा 'सिंग इज किंग'
ट्वेंटी-20 क्रिकेट के बेताज बादशाह युवराजसिंह के नेतृत्व में किंग्स इलेवन पंजाब को पिछले सत्र के 'थप्पड़ विवाद' की पुरानी यादों को भुलाकर 18 अप्रैल से शुरू होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे चरण में मजबूत दिख रही टीमों को पछाड़ने के इरादे से मैदान पर उतरना होगा। प्रीति जिंटा और नेस वाडिया की टीम किंग्स इलेवन पंजाब को अगर मजबूत दिख रही चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रायल्स को पछाड़ना है तो उसे इस ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में शुरू से ही पकड़ मजबूत करनी होगी। पिछली बार टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उसने दो मैच गँवाने के बाद ही वापसी की थी लेकिन खिताब की दौड़ में शामिल होने के लिए उसे सभी विभागों में शानदार प्रदर्शन करना होगा। कप्तान युवराज को भी साबित करना होगा कि वे ट्वेंटी-20 में 'सिंग इज किंग' हैं। इसके लिए इस 'सिक्सर किंग' को फिर से ट्वेंटी-20 विश्व कप जैसे प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश कर अपने खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाना होगा क्योंकि टीम के कुछ धुरंधर खिलाड़ी शुरुआती मैचों में नहीं खेल पाएँगे। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी शॉन मार्श चोटिल तेज गेंदबाज ब्रेट ली और ऑलराउंडर जेम्स होप्स राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलने के कारण टूर्नामेंट के शुरुआती चरण में उपलब्ध नहीं होंगे। किंग्स इलेवन के कोच टॉम मूडी को इस बात का अहसास है और वे चाहते हैं कि टीम के बाकी सदस्यों को इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहिए। मूडी को इंग्लैंड के बल्लेबाज रवि बोपारा पर काफी भरोसा है, जिन्हें इस वर्ष 4 लाख 50 हजार डॉलर में खरीदा गया। बोपारा ने पिछले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ बारबडोस में एक शानदार शतक जड़ा था। उन्होंने कहा था कि रवि बोपारा इस दौड़ में निश्चित रूप से शामिल हैं। साइमन कैटिच भी शानदार फॉर्म में हैं और उनका अनुभव बल्लेबाजी के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने की श्रीलंकाई जोड़ी भी अहम भूमिका निभाएगी। मार्श पिछले सत्र में बल्ले से धमाल दिखाते हुए 11 मैचों में ट्वेंटी-20 लीग में 616 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे थे। उन्होंने 139.68 की स्ट्राइक दर से एक शतक और पाँच अर्धशतक बनाए थे। वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज संगकारा ने पिछले सत्र में टीम के लिए 10 मैचों में 320 रन जबकि जयवर्धने ने 13 मैचों में 179 रन बनाए थे। किंग्स इलेवन को हालाँकि गेंदबाजों में एस. श्रीसंथ की कमी खलेगी जो चोटिल होने के कारण दूसरे चरण में नहीं खेल पाएँगे। श्रीसंथ पिछले सत्र में 15 मैचों में 19 विकेट चटकाकर सर्वाधिक विकेट हासिल करने वाले गेंदबाजों में तीसरे स्थान पर रहे थे। मुंबई इंडियंस के खिलाफ मोहाली में हुए मुकाबले में 66 रन से जीत दर्ज करने के बाद हरभजनसिंह के साथ थप्पड़ विवाद में फंसे श्रीसंथ हालाँकि अब इस विवाद को भुलाकर अपनी टीम के लिए इस बार कुछ अलग भूमिका में नजर आएँगे। युवराज ने 15 मैचों में 162.50 के स्ट्राइक दर से एक अर्धशतक की मदद से 299 रन बनाए थे लेकिन अब उन्हें टीम को खिताब की दौड़ में बनाए रखने के लिए अपने बल्लेबाजी क्रम को बढ़ावा देने की अपनी जिम्मेदारी के बारे में सोचना होगा, जिसमें संगकारा और जयवर्धने की श्रीलंकाई जोड़ी, साइमन कैटिच, ल्यूक पोमर्सबाच तथा भारत के स्थानीय खिलाड़ी तन्मय श्रीवास्तव, साहिल कुकरेजा, सन्नी सोहल, करण गोयल जैसे युवा मौजूद हैं। जेरोम टेलर भी हाल में एक दुर्घटना का शिकार होकर चोटिल हैं, जिनकी जगह यूसुफ अब्दुल्ला को शामिल किया गया है। ब्रेट ली अगर चोटिल होने के कारण आईपीएल में नहीं खेलते तब भी उनके गेंदबाजी विभाग में इरफान पठान, वीआरवी सिंह, पीयूष चावला, बर्ट कोकले, अजितेश अर्गल जैसे उपयोगी गेंदबाज मौजूद हैं।मूडी को अपनी गेंदबाजी में काफी गहराई दिखाई देती है। उन्होंने कहा इरफान पठान फिर से नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन करेंगे और अगर ली नहीं खेल पाते हैं तो गेंदबाजी की अगुआई करेंगे। पिछले सत्र में पीयूष चावला ने 13 मैचों में 17 जबकि पठान ने 15 और वीआरवी सिंह ने 11 विकेट चटकाए थे।