मैं चोटी के पाँच विकेटकीपरों में हूँ:नमन
राजस्थान रॉयल्स के नमन ओझा खुद को भारत के चोटी के पाँच विकेटकीपरों में आँकते हैं लेकिन इसके साथ ही वह स्वीकार करते हैं कि उन्हें स्पिनरों के सामने विकेटकीपिंग करने में दिक्कत आती है। ओझा ने आईपीएल की आधिकारिक वेबसाइट से कहा कि मैं स्पिनरों के खिलाफ अच्छी विकेटकीपिंग नहीं कर पाता। मैंने अपनी बल्लेबाजी और पारी का आगाज करने पर अधिक ध्यान दिया, इसलिए मैं विकेटकीपिंग पर अधिक गौर नहीं कर पाया। अब मेरे कोच संजय जगदाले और नरेंद्र हिरवानी मुझे बता रहे हैं कि स्पिनरों के सामने कैसे विकेटकीपिंग करनी होती है।उन्होंने कहा कि मैं भारत के चोटी के पाँच या छह विकेटकीपरों में शामिल हूँ। नमन ने आईपीएल में अब तक तीन मैच खेले हैं, जिनमें विकेटकीपिंग के अलावा उन्होंने दो अर्धशतक भी जमाए हैं। उन्हें स्पिनरों के सामने बल्लेबाजी करने में भी दिक्कत आती है। उन्होंने कहा कि मैंने घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले कई सीनियर खिलाड़ियों से बात की। उन्होंने बताया कि मुझे स्पिनरों के खिलाफ दबदबे के साथ खेलना चाहिए। उन्होंने मुझे अपना डिफेन्स मजबूत करने के लिए भी कहा। मैंने गौतम गंभीर से भी बात की और ईश्वर का शुक्र है कि इन सभी के गुर मेरे काम आए। नमन ने कहा कि मैं स्पिनरों के खिलाफ अधिक स्ट्रोक खेलने की कोशिश करता था। यदि आप मेरा रिकॉर्ड देखेंगे तो मैंने 40, 45, 50 के कई स्कोर बनाए हैं लेकिन स्पिनरों के आते ही मैं धैर्य खो देता था और अधिक से अधिक स्ट्रोक खेलने की कोशिश करता था।उन्होंने कहा कि राजस्थान रॉयल्स के उनके साथी और दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ ने भी तेज गेंदबाजों का सामना करने के लिए उन्हें उपयोगी सलाह दी। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि ग्रीम स्मिथ ने मुझे सिखाया कि उछाल वाले विकेट पर तेज गेंदबाजों का सामना कैसे करना चाहिए। ओझा ने भी महेंद्रसिंह धोनी के साथ ही अपने करियर की शुरुआत की लेकिन धोनी जहाँ भारतीय कप्तान बन गए हैं वहीं वह अभी घरेलू क्रिकेट तक ही सीमित हैं। उन्होंने कहा मैंने अपने करियर की शुरुआत धोनी के साथ ही की थी लेकिन आज वह काफी आगे निकल गए हैं जबकि मैं अब भी घरेलू क्रिकेट ही खेल रहा हूँ।